
संवाददाता
नई दिल्ली। पूर्वी जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने एक कोकीन की सप्लाई में लिप्त एक दंपत्ति को गिरफ्तार किया है। जो इस कोकिन को सूती कपड़ो में लगाकर कुरियर के माध्यम से अफ़ग़ानिस्तान से मंगवाते थे। उसके बाद उसे एक खास प्रोसेस से केमिकल की मदद से पीने लायक कोकीन में बदलकर बेचा जाता था। पुलिस को अभी इस गिरोह की सरगना की तलाश है जो मुदंरा पोर्ट पर 3000 किलो हेरोइन मंगवाने वाले ड्रग रैकेट में गिरफ्तार आरोपी की पत्नी है।

पूर्वी जिले की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि पूर्वी जिले में सक्रिय ड्रग तस्करों पर निगरानी रखने का काम लगातार चल रहा है। जिसके तहत पुलिस ने पहले भी कई ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस के निरंतर और अथक प्रयासों का फल तब मिला जब स्पेशल स्टाफ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में तैनात हवलदार शनि राठी को गुप्त सूचना मिली कि एक व्यक्ति अपने एक सहयोगी को अच्छी गुणवत्ता की कोकीन देने के लिए एलबीएस अस्पताल के पास आएगा। इस सूचना पर ओपरेशन सेल के एसीपी केपी मलिक की निगरानी में पूर्वी जिला स्पेशल स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी के नेतृत्व में एक टीम में एसआई बनाई गई जिसमे एसआई विनीत प्रताप सिंह, विकास कुमार, जोगिंदर ढाका, बख्शीश, ऋषि पाल, एएसआई महेश, हवलदार शनि राठी, सनोज, कपिल, युवेंदर, राहुल, पवन, विचित्र सिपाही राज कुमार, रवि कुमार और महिला सिपाही लीस्मिलिन मल्लई शामिल थे।
डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि टीम ने जाल बिछाया और एक व्यक्ति को पकड़ लिया, जिसकी पहचान बाद में जहीर अहमद के रूप में हुई, जिसके कब्जे से कोकीन बरामद की गई। पूछताछ करने पर उसने खुलासा किया कि वह अपनी पत्नी गुलनार के साथ मिलकर अपने घर पर कोकीन लगे सूती कपड़े से कोकीन तैयार करता है। टीम ने बिना समय बर्बाद किए दिलशाद कॉलोनी, सीमा पुरी, दिल्ली में जहीर के घर पर छापा मारा और कोकीन, कोकीन को संसाधित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला रसायन और सूती कपड़े जिनमें कोकीन/हेरोइन मिला हुआ था, बरामद किया।
डीसीपी ने बताया जांच के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। दोनों ने खुलासा किया कि वे उपासना उर्फ तबस्सुम नामक एक महिला के कॉमन फ्रेंड है जिसकी शादी एक अफगान नागरिक से हुई थी। तबस्सुम के पति सुभान आर्यनफ़र दिसंबर 2021 में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। वह मुंद्रा पोर्ट हेरोइन जब्ती मामले में यूएपीए और एनडीपीएस मामलें में गिरफ्तार हुआ था। डीआरआईने मुंद्रा पोर्ट से 3,000 किलोग्राम हेरोइन/कोकीन जब्त की थी। पुलिस ने पूछताछ में बताया कि सुभान आर्यनफर की गिरफ्तारी के बाद भी जहीर और उसकी पत्नी की मदद से तबस्सुम ने ड्रग तस्करी का काम जारी रखा । लेकिन अब उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली बदल दी है। अब भारत में हीरोइन/कोकीन लगे कपड़ों के पैकेट के रूप में कूरियर के माध्यम से ड्रग्स लाया जा रहा है। एक बार पार्सल अपने गंतव्य तक पहुंच जाता है तो इसे उस विशेष कपड़े से हेरोइन/कोकीन निकालने के लिए संशोधित किया जाता है। फिर निकाली गई हीरोइन/कोकीन को कुछ प्रकार के रसायन मिलाकर आगे संशोधित किया जाता है जो कोकीन को उपभोग योग्य बना देता है। इस नशे की सबसे ज्यादा सप्लाई पंजाब में होती है जहां इसे चिट्टा के नाम से जाना जाता है।
पुलिस के मुताबिक 48 साल का जहीर अहमद उर्फ आदिल दिलशाद कॉलोनी, दिल्ली में रहता हैं और दिखाने के लिए एक ऑटो चालक है। लेकिन इस आड़ में वह उपासना उर्फ तबस्सुम के कहने पर ड्रग्स सप्लाई करता है। वह 2005 में चाणकत्यपुरी इलाके में जिस्म फरोशी कराने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। उसकी बीवी गुलनार हालाँकि एक गृहिणी है लेकिन वह जहीर को हीरोइन/कोकीन लगे सूती कपड़ों से हीरोइन/कोकीन निकालने में मदद करती थी।
उन दोनों के तीन बच्चे हैं।
तबस्सुम अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने जहीर पर गुलनार की निशानदेही पर 690 ग्राम बढ़िया क्वालिटी की कोकीन, कोकीन लगा एक किलो कपड़ा, कोकीन/हेरोइन निकालने के उपकरण, कोकीन को प्रोसेस करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा एक किलो केमिकल भी बरामद किया है। बरामद ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 7 करोड़ रुपये आंकी गई है ।



