मुख्यमंत्री की हैसियत वाले बंदी केजरीवाल बने तिहाड़ जेल प्रशासन के लिए मुसीबत
संवाददाता
नई दिल्ली। तिहाड़ जेल प्रशासन के लिए मुख्यमंत्री की हैसियत से बंदी बनकर आए आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल बड़ी मुसीबत बन गए है। अदालत से लेकर केंद्रीय गृहमंत्रालय तक से केजरीवाल की सुरक्षा और मुलाकात करने वालों के बारे में नए -नए फरमान जारी हो रहे है और इन सबके बीच जेल प्रशासन पर जेल मैन्युअल का पालन कराने की भी जिम्मेदारी है।
अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की केजरीवाल से होने वाली मुलाकात तिहाड़ प्रशासन की परेशानी का सबब बन गई है। मान की सुरक्षा को लेकर तिहाड़ जेल में अहम रणनीति तैयार हो रही है जिसमें दिल्ली पुलिस को भी शामिल किया गया है। भगवंत मान की अरविंद केजरीवाल से होने वाली मुलाकात से पहले 12 अप्रैल को तिहाड़ जेल में अहम मीटिंग होनी है। तिहाड़ के भीतर सुरक्षा लेयर तय होने के बाद ही इस मीटिंग को ग्रीन सिग्नल दिया जाएगा। तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक अमूमन दिल्ली की तिहाड़ जेल में जेल मैन्युअल के आधार पर सजायाफ्ता और अंडर ट्रायल कैदियों से मुलाकात का समय तय किया जाता है, जिसके लिए ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था होती है।
चूँकि मामला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का तिहाड़ जेल मे मुलाकात का है तो उनकी जेड प्लस सेक्युरिटी है। भगवंत मान को खालिस्तान से कई बार धमकियां मिलने के बाद पंजाब पुलिस का सुरक्षा दस्ता सीएम भगवंत मान को कड़ी सुरक्षा देता है, जिसके बाद वो हर पल भारी भरकम सुरक्षा में नजर आते हैं।
ऐसे में तिहाड़ जेल प्रशासन कोई भी जोखिम मोल नहीं लेना चाहता है क्योंकि जेल मैनुअल में यह नहीं लिखा जाता है कि किसी भी संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति को किसी आम कैदी से मुलाकात के खास इंतजाम मुहैया कराए जाए। जेल के नियम सभी के लिए समान हैं इसलिए इस मुलाकात से पहले तिहाड़ प्रशासन ने पंजाब पुलिस को लिखा था ताकि सीएम भगवंत मान की तिहाड़ मूवमेंट से लेकर उनकी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से तिहाड़ जेल के अंदर होने वाली मुलाकात को पूरी सुरक्षा घेरे के साथ रखा जाय।
पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर 12 अप्रैल को होने वाली मीटिंग में तय किया जाएगा कि किस तारीख को सीएम भगवंत मान तिहाड़ जेल में मुलाकात के लिए आएंगे। तिहाड़ जेल के अंदर कई खूंखार कैदी भी बंद है इसीलिए तिहाड़ जेल प्रशासन पंजाब पुलिस की सुरक्षा यूनिट को भरोसे में लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से मुलाकात का समय तय करेगा लेकिन उससे पहले कई सवाल होंगे कि उन्हें कब आना है, कितने लोग मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ रहेंगे। कितनी देर की मुलाकात होगी. किस जगह पर होगी। उन सभी की जानकारी तिहाड़ जेल प्रशासन लेगा। पंजाब पुलिस की परमिशन के बाद ही तिहाड जेल में मुलाकात का समय तय किया जाएगा।