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डेंगू का सबसे खतरनाक डेन-2 स्ट्रेन का अलर्ट:गाजियाबाद के अस्पतालों में जांच शुरू; यहां डेंगू केस 594 पहुंचे

डॉक्टर बोले- इस स्ट्रेन में फेल हो सकते हैं मल्टी ऑर्गन

संवाददाता

गाजियाबाद। दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा में मरीजों में डेंगू का डेन-2 स्ट्रेन पाए जाने के बाद स्वास्थ्य महकमा और चौकन्ना हो गया है। गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू-मलेरिया की जांच शुरू करा दी है। अस्पतालों में बेड आरक्षित कर दिए गए हैं।

26 सितंबर की शाम तक गाजियाबाद में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 594 पहुंच गई है। यहां अब तक दो मरीजों की मौत हो चुकी है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री देखी गई तो मल्टी ऑर्गन फेल्योर से मौत होने की बात सामने आई। गाजियाबाद के पड़ोसी जनपद गौतमबुद्धनगर में भी 26 सितंबर तक डेंगू मरीजों की संख्या 506 पहुंच गई है।

डॉक्टर बोले- इस स्ट्रेन में फेल हो सकते हैं मल्टी ऑर्गन
गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर आरके गुप्ता ने बताया,”10 सितंबर को डेंगू के 50 पॉजिटिव और निगेटिव सैंपल जांच के लिए KGMC लखनऊ भेजे गए थे। रैंडमाइजेशन के बाद इसमें पांच केस डेन-2 सीरो टाइपिंग मिले हैं। बता दें कि पिछले दिनों नोएडा में भी 17 मरीजों में डेंगू के डेन-2 स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी।”

डॉक्टरों के मुताबिक,”डेंगू का डेन-2 स्ट्रेन थोड़ा गंभीर होता है। अगर मरीज की हालत ज्यादा बिगड़ जाए तो उसके मल्टी ऑर्गन भी फेलियर हो सकते हैं। इससे मरीज की मौत तक हो जाती है, जैसा गाजियाबाद की दो मौतों में हुआ।”

इस मौसम में इन बातों का रखें ध्यान

  • डेंगू का मच्छर साफ और रुके हुए पानी में पैदा होता है। इसलिए लोग कूलर का पानी निकाल दें। छत की टंकियों पर ढक्कन जरूर रखें।
  • छत पर बारिश का पानी एकत्र हो तो उसकी निकासी का उचित प्रबंध रखें।
  • गमले, पक्षियों के पानी पीने वाले पॉट को नियमित रूप से साफ करते रहें।
  • छतों एवं खुले में रखे बर्तनों, पुराने टायर व टूटे-फूटे सामान में स्टोरेज पानी को नियमित फेंकते रहें।
  • यदि लंबे समय के लिए घर से बाहर जा रहे हैं तो बाल्टी-टब को पलटकर रखें।
  • बुखार होने पर पैरासिटामोल का उपयोग करें। इसके अलावा अन्य कोई दवा का सेवन न करें और तत्काल डॉक्टर को दिखाएं।
  • तरल पदार्थों का सेवन प्रचुर मात्रा में करें।

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