
गाजियाबाद। यूपी सरकार आधी आबादी को पूरा अधिकार देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर गाजियाबाद जिले के सात थानों में महिलाओं के लिए अलग लॉकअप तक नहीं हैं। चार थानों में तैनात महिला पुलिस कर्मियों या यहां आने वाले फरियादियों को आवश्यकता के अनुसार पुरूष शौचालय का ही इस्तेमाल करना पड़ता है। यह खुलासा खुद गाजियाबाद पुलिस ने आरटीआई के तहत पूछे गए सवाल के जवाब में किया है।
पुलिस ने अपने जवाब में बताया है कि 17 थानों में से केवल 13 थानों में ही महिलाओं के लिए अलग शौचालय का निर्माण हो सका है। इनमें से कुछ थानों में दो-दो या तीन-तीन शौचालय बने हैं। जबकि चार थानों खोड़ा, ट्रोनिका सिटी, लोनी और लोनी बार्डर में एक शौचालय है। महिला और पुरूष दोनों इसका इस्तेमाल करते हैं।
इसी प्रकार जिले के सात थानों में महिलाओं के लिए अलग लॉकअप की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में पुलिस देर शाम गिरफ्तार होने वाली महिला आरोपियों को या तो पुरूष लॉकअप में ही बंद करती है या फिर गिरफ्तार ही नहीं करती।
यहां नहीं है लॉकअप : महिलाओं के लिए जिले के सात थानों में अलग लॉकअप नहीं है। इनमें खुद महिला थाना भी शामिल है। इसके अलावा खोड़ा, ट्रोनिका सिटी, लोनी, लोनी बॉर्डर, लिंक रोड और मुरादनगर शामिल है। महिला थाने में तो पुरूषों के लिए भी लॉकअप नहीं है। ऐसे में महिला अपराध में गिरफ्तार पुरूष आरोपियों को या तो दूसरे थाने में कस्टडी में रखा जाता है या फिर इसी थाना परिसर में ही बैठाकर पूरी रात निगरानी रखी जाती है। विभागीय स्तर पर कईबातों पर ध्यान दिया जाता है।
कई बार हो चुकी है घोषणा : पुलिस थानों में महिलाओं के लिए अलग शौचालय और लॉकअप के निर्माण के संबंध में हाईकोर्ट से आदेश के बाद राज्य सरकार की ओर से कई बार घोषणा हुई है। हर बार जिला मुख्यालय से कार्ययोजना भी भेजी गई है, लेकिन अभी तक इस घोषणा पर अमल के लिए कोई ब्लूप्रिंट नहीं तैयार हो सका है।
महिलाओं को रखने में करते परहेज
लॉकअप नहीं होने से रात के समय महिलाओं और बच्चों को थाने में रखने की व्यवस्था खत्म होने लगी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विशेष परिस्थिति में ही देर शाम महिलाओं की गिरफ्तारी होती है और तुरंत इलाका मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर दिया जाता है।ऐसे में कई जरूरी बातों पर ध्यान दिया जाता है।
नए प्रोजेक्ट में है व्यवस्था
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आवास के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए नए प्रोजेक्ट के तहत सभी आवासों और थानों में महिलाओं के लिए अलग शौचालय का प्रावधान किया गया है। गाजियाबाद में ही दो नए थाने प्रस्तावित हैं। इन दोनों ही थानों में दो-दो शौचालय महिलाओं और पुरूषों के लिए बनेंगे। इसी प्रकार आवास या हास्टल में भी अलग अलग शौचालय की व्यवस्था होगी। कई पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है।
”ट्रोनिका सिटी में अभी शौचालय बना है, जबकि लोनी बॉर्डर थाने में जगह ही नहीं है। जहां तक महिला लॉकअप की बात है तो अब महिलाओं को रात में लाते ही नहीं हैं। इसलिए जहां महिला लॉकअप हैं भी तो उसे दूसरे कार्यों में उपयोग किया जाता है।” -नीरज कुमार जादौन, पुलिस अधीक्षक (देहात)



