
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना में बीच 50:50 फॉर्मूले पर तल्खी के बीच संजय राउत ने एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार से एक हफ्ते में दूसरी बार मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि शरद पवार से कई मुद्दों पर बात हुई है। वहीं दूसरी तरफ नितिन गडकरी से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद अहमद पटेल भी साफ कर चुके हैं कि यह मुलाकात किसानों के मुद्दों को लेकर थी।
शिवसेना नेता संजय राउत मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने के बाद कहा कि वह राज्य और देश के वरिष्ठ नेता हैं। वह आज महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति से चिंतित हैं। हमने एक संक्षिप्त चर्चा की। बीजेपी पहले साफ कर चुकी है कि वो बिना शिवसेना के सरकार नहीं बनाएंगी और महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है। बुधवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने फिर कहा है कि हम केवल उस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे जिसे हमने विधानसभा चुनाव से पहले स्वीकार किया था। अब नए प्रस्तावों का आदान-प्रदान नहीं किया जाएगा। भाजपा और शिवसेना ने चुनावों से पहले सीएम के पद पर एक समझौता किया था और उसके बाद ही हम चुनाव के लिए गठबंधन के लिए आगे बढ़े थे।
उन्होंने कहा कि अगर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे और यह लोगों के साथ अन्याय होगा।शिवसेना ने बढ़ाई BJP की मुश्किलें, संजय राउत ने कहा- राष्ट्रपति शासन लगा तो हम जिम्मेदार नहीं होंगेमहाराष्ट्र में शिवसेना के बयान से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। बीजेपी जहां सरकार गठन की कोशिशों में लगी हुई है वहीं शिवसेना 50:50 के फॉर्मूले पर अड़ी हुई है। बुधवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने फिर कहा है। कांग्रेस नेता ने नितिन गडकरी से मुलाकात के बाद कहा कि मैं उनसे किसान मुद्दों पर मिला था। यह एक राजनीतिक बैठक नहीं थी या महाराष्ट्र की राजनीति पर नहीं थी।
क्या है महाराष्ट्र में स्थिति
गौरतलब है कि 21 अक्टूबर को 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए हुए चुनावों में भाजपा ने 105 सीटों, शिवसेना ने 56, राकांपा ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की।



