
शिमला। हिमाचल प्रदेश में केंद्र की आयुष्मान भारत योजना को राज्य सरकार की हिमकेयर स्वास्थ्य योजना कड़ी टक्कर दे रही है। आयुष्मान भारत योजना से छूटे परिवारों को प्रदेश सरकार हिमकेयर योजना में शामिल कर बड़ी राहत दे रही है।हालांकि, इस स्कीम में भी आयुष्मान योजना की तरह ही कई गंभीर बीमारियों का कवर नहीं है। हिमकेयर योजना को आयुष्मान भारत स्कीम की तर्ज पर ही तैयार किया गया है।
इसके तहत अभी तक हिमाचल प्रदेश में 6.42 लाख परिवारों को शामिल किया जा चुका है। 6.27 लाख लोगों को स्मार्ट कार्ड जारी किए गए हैं। आयुष्मान भारत योजना की तरह ही इस योजना में भी पांच लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार है। प्रदेश में इस योजना के तहत 37 हजार लोगों का उपचार किया गया है। इनमें 37 करोड़ रुपये से अधिक राशि खर्च की गई, जबकि आयुष्मान के तहत हिमाचल में 31,272 लोगों के उपचार पर 30 करोड़ 58 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
हिम केयर योजना के लाभ
– चयनित परिवारों का सालाना 5 लाख तक निशुल्क इलाज
– हर परिवार से अधिकतम 5 सदस्य कैशलेस उपचार ले सकेंगे
– 1800 बीमारियां हैं इसमें कवर, डे-केयर सर्जरी भी शामिल
– योजना के तहत कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं
– प्रदेश के 193 अस्पतालों में निशुल्क इलाज सुविधा
कितना और किससे लेंगे प्रीमियम
गरीबी रेखा से नीचे और पंजीकृत रेहड़ी फड़ी वाले (जो आयुष्मान भारत में पंजीकृत नहीं हैं) से प्रीमियम नहीं लिया जाएगा। एकल नारी, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग, 70 वर्ष की आयु से अधिक वरिष्ठ नागरिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिकाएं, आशा कार्यकर्ता, मिड-डे मील कार्यकर्ता, दिहाड़ीदार, अंशकालिक कार्यकर्ता, अनुबंध कर्मचारी से 365 रुपये का प्रीमियम लिया जाएगा। इसके अलावा आम लोगों जो व्यक्ति नियमित सरकारी कर्मचारी या सेवानिवृत्त कर्मचारी नहीं है 1000 रुपये सालाना प्रीमियम देंगे।
हिमाचल में आयुष्मान और हिमकेयर योजना लोगों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों को इन योजना के तहत निशुल्क उपचार किया जा रहा है। जनता से योजनाओं को लेकर अच्छा फीडबैक आ रहा है। – विपिन सिंह परमार, स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल प्रदेश



