
संवाददाता
NIA की रिमांड पर है अनमोल
अमेरिका से डिपोर्ट होकर 19 नवंबर को भारत आए अनमोल को नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने 11 दिन की रिमांड पर ले रखा है। हरि नगर आश्रम के सिद्धार्थ एनक्लेव निवासी एक शख्स के फोन पर 23-24 मार्च 2023 को इंटरनैशनल नंबर से वॉयस मेसेज आए।
लॉरेंस के नाम पर मांगी रंगदारी
लॉरेंस का छोटा भाई अनमोल बताते हुए 2 करोड़ मांगे। रुपये नहीं देने पर 23 अप्रैल 2023 को दो नकाबपोशों ने बगल वाले घर के गेट पर 5 राउंड फायर कर दिए। इंटरनेशनल नंबर से दो करोड़ की फिर डिमांड की गई। सनलाइट कॉलोनी थाने में एक्सटॉर्शन और फायरिंग के दो केस दर्ज हुए।
पैसे नहीं देने पर घर के बाहर की फायरिंग
क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के 16 और 17 साल के दो नाबालिग शूटर पकड़े, जिन्होंने पूछताछ में अनमोल के ऑर्डर पर फायरिंग की बात कबूली थी। दोनों केसों की जांच क्राइम ब्रांच के पास है। पुलिस अफसरों ने बताया कि इन केस में अनमोल बिश्नोई मुख्य साजिशकर्ता है।
एनआई के बाद क्राइम ब्रांच कर सकती है पूछताछ
एनआईए की पूछताछ खत्म होने के बाद अदालत में अनमोल को प्रोडक्शन रिमांड पर लेने की अर्जी लगाई जाएगी। वह हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, यूपी और उत्तराखंड तक के केसों में वॉन्टेड है। अभी दिल्ली में है, इसलिए पहले क्राइम ब्रांच या स्पेशल सेल अपने केसों में पूछताछ करना चाहेगी।
क्राइम ब्रांच के पास है कॉल की रिकॉर्डिंग
क्राइम ब्रांच के पास एक्सटॉर्शन कॉल्स की रिकॉर्डिंग है, इसलिए वह अनमोल का वॉयस सैंपल लेकर एफएसएल में उसका मिलान कराना चाहती है। इसके बाद ही कुछ हद तक साबित हो पाएगा कि एक्सटॉर्शन मांगने वाला वही था।
नाबालिग शूटरों को हथियार कैसे पहुंचाए ?
पुलिस अफसरों ने बताया कि अनमोल से यह भी पूछा जाएगा कि जिस शख्स को रंगदारी के लिए कॉल किया था, उसकी डिटेल, एड्रेस और फोन नंबर किसने दिए थे? जेल में बंद संपत नेहरा के जरिए दोनो शूटरो को फायरिंग करने के लिए कैसे तैयार किया था? नाबालिग शूटरों को हथियार और पैसे किस तरह पहुंचाए गए थे?
‘वॉटर टाइट’ केस के लिए ये अहम
पुलिस अफसर मानते हैं कि ‘वॉटर टाइट’ केस बनाने के लिए वो फोन और सिम काफी अहम है, जिससे पीड़ित को वॉयस मेसेज और वॉट्सऐप कॉल किए गए थे। अनमोल से दोनो के बारे में भी पूछताछ होगी, जिसके बाद इस केस में उसके खिलाफ चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में पेश की जाएगी।
हथियार मामले में स्पेशल सेल भी तैयार
गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई अगस्त 2022 में दर्ज गैरकानूनी गतिविधिया रोकथाम एक्ट (UAPA) के केस में केस में अरेस्ट हुआ है। पुलिस अफसरों ने बताया कि अनमोल बिश्नोई का फरीदाबाद से बना फर्जी पासपोर्ट का मामला 29 मई 2022 को हुए सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस की साजिश का हिस्सा है।
प्रोडक्शन रिमांड पर लेगी स्पेशल सेल
उसकी तफ्तीश पंजाब पुलिस या अगर केस एनआईए को ट्रांसफर हुआ तो वही करेगी। स्पेशल सेल में आर्म्स एक्ट का एक केस है, जो सिद्धू मूसेवाला मर्डर के बाद पकड़े गए शूटरों से मिले अवैध हथियारों का है। इनका दावा था कि जब्त हथियार अनमोल ने भिजवाए थे, जिनका इस्तेमाल भी मूसेवाला मर्डर मे होना था। स्पेशल सेल इसी केस मे अनमोल को प्रोडक्शन रिमांड पर लेगी।



