
संवाददाता
गाजियाबाद। बार चुनाव को लेकर राजनीतिक तेज हो गई है। वकीलों का एक गुट चुनाव कराने को लेकर पूरी तरह तैयार है। लेकिन उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के निर्देश आए हैं कि चुनाव अभी नहीं कराए जाएं। शनिवार को हुई आमसभा में वरिष्ठ उपाध्यक्ष शबनम खान को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। आज शबनम खान ने सुरक्षा की मांग को लेकर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की। उन्होंने सुरक्षा की मांग को लेकर सीपी को पत्र दिया। उसके बाद वह वकीलों को लेकर बैंक गईं। वहां उन्होंने बैक अधिकारी से मुलाकात कर बार के खाते से लेन देन नहीं करने देने का अनुरोध किया है। आम सभा बुलाने और उसके अधिकार को लेकर भी वकीलों की अलग अलग राय है।
आम सभा बुलाने का वकिल को कोई अधिकार नही है: दीपक शर्मा
गाजियाबाद बार अध्यक्ष दीपक शर्मा का कहना है की जो बार में वकीलो की आम सभा बुलाने की बात कही गई है। वह पूरी तरह गलत है। वकीलो की आम सभा बुलाने का अधिकार केवल बार अध्यक्ष, बार सचिव को है। आम सभा का बुलाने से पहले सभी को एक पत्र जारी किया जाता है। जिला बार का चुनाव उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के दिशा निर्देश पर ही होता है। बार काउंसिल के निर्देश हैं कि चुनाव १५ फरवरी के बाद कराए जाएं। कुछ बार के वकील अपनी राजनीतिक के तहत बार को कमजोर करने का कमा कर रहे हैं।
आम सभा बुलाने का अधिकार बार सचिव को: नाहर सिंह यादव
पूर्व बार अध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने बताया कि बार चुनाव समय के अनुसार होना चाहिए। मैं हमेशा बार चुनाव समय से कराने के पक्ष में रहता हूं़। चुनाव उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के नियम अनुसार ही होने चाहिए। बात रही आम सभा की कुछ वकीलो द्वारा आम सभा नही बुलाई जा सकती। इसमेें बार सचिव का होना जरूरी है। बार अध्यक्ष बार का मुखिया होता है कोई भी बिना उन्हें विश्वास में लिए आम सभा नहीं बुला सकता।
मैं न्याय में विश्वास रखता हूं: राकेश त्यागी कैली
पूर्व बार अध्यक्ष राकेश त्यागी कैली ने कहा कि वह खुद बार के अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने हमेशा समय के अनुसार बार चुनाव कराए हैं। बार के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जो बार चुनाव कराने में देरी हो रही है। बार अध्यक्ष चुनाव कराने से पीछे हट रहे है। यदि उन्हे अध्यक्ष बनने रहने का मन है तो वह चुनावी मैदान में आकर अपनी किस्मत अजमाएं।
बार अध्यक्ष कर रहे हैं अपनी मनमानी: सुरेन्द्र राठी
पूर्व बार अध्यक्ष सुरेन्द्र राठी ने बताया कि चुनाव का समय चार माह पहले पूरा हो चुका है। बार अध्यक्ष अपनी मनमानी के चलते चुनाव नही कराना चाहते। यदि चुनाव ना कराने को लेकर उनकी कुछ और मंशा है वह सामने आकर बताए। लेकिन चुनाव १४ तारीख को कराए जाएंगे और दो दिन में मतदाताओं की फाईनल लिस्ट लग जाएगी। २०१५ हाईकोर्ट के आदेश आया था कि उत्तर प्रदेश की बार काउंसिल जिला बार चुनाव में अपना कोई दखल ना करे। बार का चुनाव समय के अनुसार कराना चाहिए।
बार काउंसिल में रखूंगी अपना पक्ष: शबनम
बार की कार्यकारिणी अध्यक्ष बनाई गई शबनम खान ने बताया की उनके ऊपर जो बार ने आरोप लगाए हैं वह गलत हैं। उन्होंने हमेशा बार के हित मेें काम किया है। लेकिन कुछ लोगों की मनमानी के कारण उन्हें नोटिस दिया गया था। जो पूरी तरह गलत है, पद से हटाने का बार के कुछ पदाधिकारियो को कोई अधिकार नही है। उन्होंने बार काउसिंल में अपना पक्ष रखने की बात कही है।



