
संवाददाता
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के भारत नगर थाने में दर्ज फर्जी ‘एसिड अटैक’ केस ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. पुलिस जांच में यह मामला एक सुनियोजित साजिश पाया गया. इस पूरे षड्यंत्र में शामिल लड़की के चाचा वकील खान व उसके भाई को भारत नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
लड़की के पिता, जो फिलहाल दुष्कर्म के मामले में पहले से ही जेल में बंद हैं. पिता को भी अब इस मामले में भी गिरफ्तार दिखाकर पूछताछ की जाएगी. इसके लिए जेल से रिमांड पर लाया जाएगा.
पुलिस ने लगाई ये धाराएं
पुलिस के मुताबिक मुकुंदपुर इलाके की रहने वाली 20 वर्षीय युवती ने 26 अक्टूबर को दावा किया था कि उस पर एसिड अटैक हुआ है. घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी. भारत नगर थाना पुलिस ने मामले की भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 231, 217, 124(1) और 61(2) में दर्ज किया था. शुरुआत में इसे गंभीर अपराध मानते हुए दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन बाद में जब साक्ष्यों की बारीकी से पड़ताल की गई तो पूरी कहानी ही उलट गई.
एसिड नहीं टॉयलेट क्लीनर का हुआ इस्तेमाल
पुलिस जांच में सामने आया कि युवती पर किया गया कथित एसिड अटैक असल में एक नाटक था. मौके से मिले सबूतों, सीसीटीवी फुटेज और मेडिकल रिपोर्ट से पता चला कि एसिड के रूप में टॉयलेट क्लीनर का प्रयोग किया गया था. युवती को मामूली जलन के अलावा कोई गंभीर चोट नहीं थी. पुलिस ने जब युवती और उसके परिवार से पूछताछ की तो साजिश का पर्दाफाश हुआ.
पूरी साजिश का मास्टरमाइंड आरोपी पिता
पुलिस के अनुसार इस पूरी योजना के पीछे युवती का पिता अकील खान था, जो इस समय एक अन्य मामले में दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद है. पुलिस के मुताबिक उसने इस ‘एसिड अटैक’ की साजिश को अंजाम देने के निर्देश दिए, जिससे अपने ऊपर लगे दुष्कर्म के गंभीर आरोपों से ध्यान हटाया जा सके और सहानुभूति प्राप्त की जा सके.
डीसीपी नॉर्थ-वेस्ट भीष्म सिंह के मुताबिक यह मामला झूठे आरोपों व गढ़ी गई घटनाओं का गंभीर उदाहरण है. ऐसे फर्जी मामलों से असली पीड़ितों की लड़ाई कमजोर पड़ती है. कानून का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल लड़की के नचाचा और भाई दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. यह पता लगाने में जुटे हैं कि इस नाटक को रचने में और कौन लोग शामिल हैं.
भारत नगर थाना पुलिस ने अब साजिश में शामिल युवती के चाचा वकील खान और भाई को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पिता अकील खान को जेल से रिमांड पर लेकर इस केस में औपचारिक गिरफ्तारी दिखाई जाएगी. पुलिस उसके बयान लेकर पूरी साजिश की कड़ियों को जोड़ने का काम करेगी.
क्या है एसिड अटैक की पूरी कहानी
1. एसिड अटैक का झूठा केस दर्ज कराया गया-पुलिस
पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला पर एसिड नहीं फेंका गया था बल्कि, आरोपी की बेटी ने अपने घर से टॉयलेट क्लीनर लिया और उसे अपने हाथों पर डाल लिया, जिसके बाद एसिड अटैक का झूठा मामला दर्ज किया गया. दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा कि चूंकि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है, इसलिए सभी तथ्यों की पुष्टि की जा रही है.युवती के पिता को पहले भी हिरासत में लिया गया था.
2. युवती ने बताई थी एसिड से हमले की कहानी
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 26 अक्टूबर को, एक 19 वर्षीय ओपन स्कूल की छात्रा को हाथों में जलने के निशान के साथ 6 दीपचंद बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसने पुलिस को बताया कि उसके एक परिचित ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उस पर एसिड से हमला किया था, जब वह एक्स्ट्रा क्लास के लिए अपने कॉलेज जा रही थी. उसने आरोप लगाया कि उसका एक परिचित उसका पीछा कर रहा था और लगभग एक महीने पहले दोनों के बीच झगड़ा हुआ था.
3. युवती के बयान में विसंगितयां देखने को मिली-पुलिस
घटना के बाद, भारतीय न्याय संहिता की धारा 124(1)/3(5) के तहत FIR दर्ज की गई और अपराध एवं फोरेंसिक टीमों द्वारा घटनास्थल की जांच की गई. हालांकि, जांच के दौरान, पुलिस को युवती के बयान में कई विसंगतियां मिलीं.
4. लोकेशन और सबूतों ने जांच को दिया नया मोड़, पुलिस को नहीं मिली संंबंधित बाइक और सीसीटीवी फुटेज
पुलिस ने ये भी बताया कि कॉल डिटेल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों से पता चला है कि घटना के समय उसका परिचित करोल बाग में था. हमले में कथित तौर पर इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी वहीं मिली.
5. जांच के दौरान पुलिस को मालूम चला कि दो दिन पहले युवती के पिता के खिलाफ दर्ज हुई थी शिकायत
पुलिस ने बताया कि घटना से दो दिन पहले, एक महिला ने पीड़िता के पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन पर 2021 से 2024 के बीच अपनी फैक्ट्री में नौकरी के दौरान यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया गया था, इस संबंध में भलस्वा डेयरी थाने में मामला दर्ज किया गया था.
6. पीड़िता भाई के साथ स्कूटी पर निकली लेकिन भाई ने बीच रास्ते पर ही छोड़ा
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच में पाया कि पीड़िता अपने भाई के साथ स्कूटी पर घर से निकली लेकिन लेकिन भाई ने उसे कॉलेज गेट पर छोड़ने की बजाय बीच रास्ते पर ही छोड़ दिया जिसके बाद उसने आगे की दूरी ई-रिक्शा से तय की. पुलिस इसके पीछे की वजह भी तलाश रही है. पुलिस की माने तो युवती का भाई जांच में सहयोग नहीं कर रहा था अब भाई और चाचा दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है इनसे गहन पूछताछ की जाएगी.
दिल्ली पुलिस इस मामले में सभी सीसीटीवी तस्वीरों, तकनीकी और मेडिकल सूबतों की फॉरेंसिक जांच भी करा रही है. ताकि सच का पता लगाया जा सके.



