
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। आस्था और सूर्य उपासना के छठ पर्व का पहला अर्घ्य आज यानि सोमवार को दिया गया। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। गाजियाबाद में 81 घाटों पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम हिंडन नदी तट पर होगा, जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। हिंडन में पानी आ चुका है।
25 अक्तूबर से महापर्व छठ पूजा की शुरुआत हो गई है। चार दिनों तक चलने वाला यह पावन पर्व पूरे उत्साह और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। प्रशासन और नगर निगम की ओर से पहले अर्घ्य के लिए पूरी तरह तैयारी की गई है। हिंडन घाट पर वेदियों का निर्माण पूरा हो चुका है। हिन्डन के अलावा साहिबाबाद और खोडा कॉलोनी में भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु आज छठ का पहला अर्घ्य देंगे।

लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन, रविवार को व्रतियों ने पूरे दिन उपवास रखने के बाद शाम को खरना किया. खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया है। अब सोमवार यानी आज छठ व्रत करने वाले महिला-पुरुष व्रती विभिन्न छठ घाटों पर पहुंचकर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर (डूबते सूर्य) को पहला अर्घ्य देंगे। इसके बाद, मंगलवार की सुबह उदीयमान सूर्य (उगते सूर्य) को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व का विधिवत समापन हो जाएगा।
छठ पूजा का पहला अर्घ्य (अर्घ्य देने का समय) इस प्रकार हैः पहला अर्घ्य (संध्याकालीन अर्घ्य): सोमवार शाम 5ः10 बजे से शाम 5ः58 बजे तक (अस्ताचलगामी सूर्य को) । दूसरा अर्घ्य (प्रातःकालीन अर्घ्य): 28 अक्टूबर, मंगलवार को सुबह 5ः33 बजे से सुबह 6ः30 बजे तक (उदीयमान सूर्य को)



