
संवाददाता
पटना । बिहार एनडीए में सीट शेयरिंग अभी तक क्लियर नहीं हो पाया है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान की शर्त के चलते पूरा मसला अटका हुआ है. सूत्रों का कहना है कि एनडीए में सीट शेयरिंग पूरी तरह से फाइनल है. हालांकि यह क्लियरिटी केवल सीटों की संख्या को लेकर है. बताया जा रहा है कि गठबंधन में सीटों को लेकर अभी भी पेच फंसा हुआ है.
25 सीटों पर राजी हैं चिराग पासवान!
सूत्र बताते हैं कि चिराग पासवान बीजेपी की ओर से ऑफर किए गए 25 सीटों पर तैयार हो गए हैं. हालांकि वह लोकसभा चुनाव की तर्ज पर विधानसभा चुनाव में भी अपनी पार्टी का स्ट्राइक रेट शानदार रखना चाहते हैं. इसके लिए वह उन सीटों की डिमांड कर रहे हैं जहां उनकी पार्टी के उम्मीदवारों के जीतने की संभावना है. एलजेपी के राज्य नेतृत्व का कहना है कि पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान के लिए ज्यादा के बजाय स्ट्राइक रेट को बनाए रखना ज्यादा महत्वपूर्ण है. पार्टी ने अंतिम फैसला चिराग पासवान के ऊपर ही छोड़ दिया है.
5 सीटों पर चिराग पासवान ने फंसाया है पेच
पिता रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर पैतृक गांव शहरबन्नी पहुंचे चिराग पासवान ने कहा कि अभी सीट शेयरिंग को लेकर कुछ भी फाइनल नहीं है, जब सारी बातें हो जाएंगी तब बताई जाएगी. अभी सारी बातें शुरुआती हैं. बताया जा रहा है कि चिराग पासवान बीजेपी की ओर से ऑफर किए गए 25 सीटों पर तैयार हो गए हैं. लेकिन चिराग ने पांच ऐसी सीटों की डिमांड की है जिसपर पेच फंसा है.
चिराग पासवान ने गोविंदगंज, लालगंज, वैशाली, मटिहानी और सिकंदरा सीट की डिमांड की है. गोविंदगंज में BJP के सुनील मणि तिवारी सीटिंग विधायक हैं. जबकि चिराग पासवान यह सीट राजू तिवारी के लिए मांग रहे हैं. लालगंज में भी बीजेपी के संजय कुमार सिंह सीटिंग एमएलए हैं.
वैशाली में जदयू के सिद्धार्थ पटेल विधायक हैं. वहीं मटिहानी वह सीट है जिसपर 2020 में चिराग की पार्टी के प्रत्याशी राज कुमार सिंह चुनाव जीते थे, लेकिन फिलहाल वह जेडीयू में हैं. चिराग इसके अलावा जमुई की सिकंदरा सीट की डिमांड कर रहे हैं. फिलहाल इस सीट पर जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ के प्रफुल्ल मांझी विधायक हैं.
पेच यह है कि बीजेपी चिराग पासवान के लिए अपनी दो सीटें छोड़ने को तैयार है, लेकिन जेडीयू और जीतन मांझी अपनी सीटिंग सीटें छोड़ने को तैयार नहीं हो रहे हैं.



