
संवाददाता
नई दिल्ली । दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में जीत हासिल करने वाले एबीवीपी छात्र नेताओं से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मुलाकात की. डूसू के नवनिर्वाचित अध्यक्ष आर्यन मान, महासचिव कुणाल चौधरी, संयुक्त सचिव दीपिका झा और एबीवीपी के अन्य छात्र नेता सिविल लाइन्स स्थित मुख्यमंत्री जनसेवा सदन पहुंचकर सीएम से मुलाकात की. इस दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि यह विजय उस परंपरा और संघर्ष का जीवंत प्रतीक है, जिसे विद्यार्थी परिषद ने दशकों पहले ‘ज्ञान, शील और एकता’ के मंत्र के साथ स्थापित किया था.
सीएम रेखा गुप्ता की राजनीतिक शुरुआत भी दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव से हुई थी, जब वह 1996-97 में डूसू चुनाव जीती थी. मिलने आए छात्र नेताओं से उन्होंने कहा, ”यह क्षण बेहद आत्मीय है. DUSU की अध्यक्षता मेरी यात्रा का ऐसा अध्याय रही है जिसने सेवा और समर्पण की दिशा तय की. आज इन युवाओं में वही ऊर्जा और वही समर्पण दिख रहा है जो मेरी जनसेवा की निरंतर प्रेरणा बना हुआ है.” मुख्यमंत्री ने छात्र नेताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप सभी भाग्यशाली हैं कि दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का हिस्सा हैं. स्काय इज द लिमिट- ऊंचा सोचिए, ऊंचा करिए, न रुकिए, न थमिए और न हारिए. ज़िंदगी में न जाने कौन सी मंज़िल आपका इंतज़ार कर रही है.
”उम्मीदवारों द्वारा चुनावी खर्च के ऑडिटेड खाते एक सप्ताह के अंदर जमा कर दिए जाते हैं, लेकिन इस बार मामला अदालत में लंबित होने के कारण अभी तक ऐसा नहीं हो सका है. सभी शिकायतों और आपत्तियों का समाधान पहले किया जाएगा और जब तक अदालत मामले को बंद नहीं कर देती, तब तक नतीजे प्रोविजनल रहेंगे.”– प्रोफेसर राजेश सिंह, चीफ रिटर्निंग ऑफिसर, डूसू चुनाव समिति
बता दें कि गत 19 सितंबर को आए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 के नतीजों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जो आधिकारिक अधिसूचना जारी की है उसमें परिणामों को प्रोविजनल बताया गया है. यह निर्णय दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा चुनाव प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी और दिशानिर्देश जारी करने के बाद लिया गया है. अधिसूचना में कहा गया है कि चुने गए उम्मीदवारों द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों और ऑडिटेड खातों की प्रस्तुति के आधार पर ही अंतिम परिणाम घोषित होंगे.



