
संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली के वसंत कुंज इलाके से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां पुलिस थाने से ही सैकड़ों फाइलें गायब हो गईं. इसका पता तब चला, जब पुलिस स्टेशन के रिकॉर्ड की जांच की जा रही थी. पिछले हफ्ते पुलिस स्टेशन के मालखाना (जहां जब्त किए गए सामान को रखा जाता है), रिकॉर्ड रूम और हथियार रूम के ऑडिट में दिल्ली पुलिस को यह जानकारी मिली. सामने आया कि अलग-अलग केस से जुड़े 680 जरूरी डॉक्यूमेंट्स ही थाने से गायब हैं.
अब इस मामले में FIR दर्ज की गई और जांच शुरू की गई. थाने से फाइलें गायब होने के मामले की जांच की जिम्मेदारी एक इंस्पेक्टर लेवल के ऑफिसर को सौंपी गई. पुलिस ने बताया कि सभी इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर को गायब हुईं फाइलों को ढूंढ़ने की जानकारी दी गई है. इस मामले को लेकर कहा गया कि ये दस्तावेज कुछ समय से गायब थे, जिसको लेकर इंस्पेक्टर की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है.
फाइल गायब होने के मामले में FIR दर्ज
दस्तावेज गायब होने के मामले में दर्ज FIR में लिखा गया, “सरकारी काम के लिए पेश किया जाता है कि पुलिस स्टेशन के रिकॉर्ड की जांच में पता चला कि 47 चार्जशीट, 544 अनट्रेस रिपोर्ट और 92 कैंसिलेशन रिपोर्ट गायब हैं. इन मामलों की फाइलें अदालत भेजने के लिए जांच अधिकारियों को दी गई थी और उनके लिए रसीदें (RC) भी जारी की गई थीं.” पुलिस का कहना है कि दस्तावेजों को पुलिस रिकॉर्ड, अदालत के रिकॉर्ड और ई-कोर्ट ऐप में चेक किया गया है, लेकिन गुम हुई फाइल नहीं मिल पाई हैं.
दस्तावेज कैसे हो गए गायब?
एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि फाइलों को काफी ढूंढ़ा गया, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है. इसको लेकर सभी जांच अधिकारियों को जानकारी जुटाने के लिए बुलाया गया है. ऑफिसर ने कहा कि उनसे पूछताछ की जाएगी की ये दस्तावेज कैसे गायब हो गए. अक्सर जांच अधिकारी फाइल अपने साथ ले जाते हैं, लेकिन इस बार फाइल नहीं मिल रही हैं.
प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी
अधिकारी ने यह भी कहा कि अगर फाइल नहीं मिलती हैं तो इसे जांच अधिकारियों की ओर से सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग माना जाएगा और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदारी तय करने के लिए गहन जांच बहुत जरूरी है. चार्जशीट और अनट्रेस रिपोर्ट हमारे रिकॉर्ड के लिए बहुत अहम हैं. अज्ञात लोगों के खिलाफ आपराधिक विश्वासघात के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.



