
संवाददाता
गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर हुई है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं का खर्च आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है. सरकारी अस्पतालों में लंबी कतारे हैं तो वहीं निजी अस्पतालों में इलाज महंगा हो चुका है. यदि डॉक्टर मरीज को भर्ती करने के लिए कह दें तो परिजनों इलाज का खर्च सुनकर चिंतित हो जाते हैं. दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में प्राइवेट एसी वार्ड में भर्ती करने पर चार हज़ार से 15 हज़ार रुपए का प्रतिदिन का शुल्क चुकाना पड़ता है. वहीं, अब गाजियाबाद के लोगों को प्राइवेट अस्पतालों की तरह सरकरी अस्पताल में भी प्राइवेट AC वार्ड की सुविधाएं मिलेंगी.
गाजियाबाद के किसी भी सरकारी अस्पताल में प्राइवेट एयर कंडीशन वार्ड की सुविधा मौजूद नहीं थी. लेकिन, बहुत जल्द अब लोगों को प्राइवेट एयर कंडीशनर वार्ड की सुविधा सरकारी अस्पताल में मिलेगी. प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर 2025 को गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में प्राइवेट एयर कंडीशन वार्ड की शुरुआत हो रही है. प्राइवेट एयर कंडीशन वार्ड पूरी तरह से बनकर तैयार है. बस कुछ मेडिकल इक्विपमेंट आना बाकी है, जो हफ्ते भर में अस्पताल को मिलने की उम्मीद है.
बता दें कि एमएमजी अस्पताल मे मरीजों को प्राइवेट एयर कंडीशन वार्ड के लिए हजारों रुपए नहीं चुकाने होंगे. प्राइवेट अस्पताल की तरह एमएमजी अस्पताल में प्राइवेट एयर कंडीशन वार्ड के लिए सिर्फ 500 रुपए प्रतिदिन का शुल्क चुकाना होगा. प्राइवेट एयर कंडीशन वार्ड में मरीज के लिए बेड और तीमारदार के लिए भी एक छोटा बेड उपलब्ध होगा. प्राइवेट वार्ड में मिनी किचन के साथ अटैक वॉशरूम भी मिलेगा. अस्पताल के सीएमएस डॉ राकेश कुमार सिंह के मुताबिक, फिलहाल एमएमजी अस्पताल में 6 प्राइवेट एयर कंडिशन्ड वार्ड तैयार किए गए हैं.

एमएमजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए प्रतिदिन तकरीबन तीन हज़ार मरीज पहुंचते हैं. पर्चा बनवाने से लेकर ओपीडी में दिखने और दवा काउंटर से दवाई लेने तक मरीजों को कई घंटे तक का वक्त लग जाता है. अस्पताल प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने पर ध्यान दे रहा है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ऐसी रणनीति बनाई जा रही है जिससे कि मरीज को अस्पताल में ज्यादा इंतजार ना करना पड़े.



