
संवाददाता
नई दिल्ली। पुलिस आयुक्त पद से तबादला करने के बाद यूटी काडर के 1988 बैच के आइपीएस एस बी के सिंह को जेल का महानिदेशक बना दिया गया है। पहले वह दिल्ली होम गा र्ड के डीजी थे। बीते 31 जुलाई को गृह मंत्रालय ने उन्हें अचानक दिल्ली पुलिस के आयुक्त का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया था।
भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के वरिष्ठ अधिकारी एस.बी.के. सिंह ने अपने 30 वर्षों के करियर में दिल्ली पुलिस, रॉ, अरुणाचल प्रदेश, पुदुचेरी जैसी कई अहम जगहों पर अपनी सेवा दी है । तकनीक, ईमानदारी और रणनीतिक दृष्टिकोण के लिए पहचाने जाने वाले सिंह पुलिस कमिश्नर के प्रभार के साथ-साथ डीजी, होम गार्ड्स (दिल्ली पुलिस) का जिम्मा भी संभाल रहे थे ।
आयुक्त का कार्यभार ग्रहण करते ही उन्होंने अपने कुछ करीबी एसीपी अनिल कुमार चौहान और उधम सिंह को पुलिस आयुक्त सचिवालय में तैनाती की दी थी। लेकिन 22 अगस्त को गृह मंत्रालय ने फिर एस बी के सिंह से अचानक आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार वापस लेकर होम गार्ड भेज दिया।
इसके बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त सचिवालय से दोनों एसीपी का तबादला कर अलग-अलग यूनिटों में भेज दिया। शनिवार को गृह विभाग ने एस बी के सिंह को होम गार्ड से तबादला कर जेल का महानिदेशक बना दिया। उनका कार्यकाल आगामी जनवरी माह तक है। नुजहत हुसैन फिलहाल दिल्ली पुलिस ने स्पेशल सीपी के पद पर थीं ।
सिविल डिफेंस का डीजी बना दिया
दिल्ली होम गार्ड में उनकी जगह दिल्ली पुलिस में तैनात 1991 बैच की आईपीएस नुजहत हसन को भेज दिया। इनका कार्यकाल करीब चार माह शेष बचे हैं। वह दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त ह्नूमन रिसोर्स थी। वहीं दिल्ली पुलिस में तैनात 1991 बैच के ही वीरेंद्र सिंह चहल का दिल्ली पुलिस से तबादला कर सिविल डिफेंस का डीजी बना दिया गया है। वह विशेष आयुक्त लाइसेंसिंग थे।



