
संवाददाता
नई दिल्ली । पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको चौका दिया है. यहां पुलिस ने एक ऐसे वाहन चोर को पकड़ा जो कोई आम अपराधी नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात मौजूदा कांस्टेबल निकला जो दिल्ली में खड़ी मोटरसाइकिलें मास्टर चाबी से चोरी कर यूपी में बेच देता था.
पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अभिषेक धनिया ने दी मामले की जानकारी
पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अभिषेक धनिया ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि प्रीत विहार थाना पुलिस की टीम अपराध रोकथाम के लिए गश्त कर रही थी. इसी दौरान राजधनी एन्क्लेव मार्केट में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने संदिग्ध युवक मोहसीन को दबोचा तलाशी में उसके पास से दो मास्टर चाबियां मिलीं पूछताछ में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया और रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया कि उसका पहले भी कई वाहन चोरी के मामले में शामिल रह चुका है.
सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की हुई पुष्टि
आरोपी ने सख्ती से पूछताछ करने पर कबूल किया कि वह प्रीत विहार इलाके में बाइक चोरी करने आया था और करीब दो महीने पहले यहां से एक बाईक चोरी कर चुका है जो पहले से दर्ज एक एफआईआर में वांछित थी. सीसीटीवी फुटेज में भी उसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई. जांच में खुलासा हुआ कि मोहसीन 2019 बैच का यूपी पुलिस कांस्टेबल है और 44 बटालियन पीएसी मेरठ में तैनात है गिरफ्तारी के दिन वह छुट्टी पर था उसने. बताया कि जुए की लत और कर्ज के कारण उसने यह रास्ता अपनाया.
चोरी की बाइक को पुलिस ने किया बरामद
पुलिस रिमांड में मोहसीन ने चोरी की बाइक की बरामदगी कराई जो उसके सहयोगी विशाल निवासी मेरठ के पास से मिली विशाल ने बाइक के कागजात नहीं दिखाए और बताया कि मोहसीन से फेसबुक के जरिए संपर्क हुआ था उसने करीब डेढ़ महीने पहले गंगानगर मेरठ में पेट्रोल पंप पर यह बाइक खरीदी थी बरामद बाइक के इंजन और चेसिस नंबर बदले गए थे लेकिन जांच में वे केस की बाइक से मेल खा गए.
2019 बैच का यूपी पुलिस कांस्टेबल निकला आरोपी
27 वर्षीय मोहसीन मूल रूप से बागपत के डोघट गांव का रहने वाला है शादीशुदा है और जुए का आदी है उस पर पहले से दो आपराधिक मामले दर्ज हैं वह दिल्ली में खड़ी मोटरसाइकिलों को मास्टर चाबी से चुराकर यूपी में अपने परिचितों और सोशल मीडिया के जरिए बेचता था चोरी के बाद इंजन और चेसिस नंबर बदलकर पुलिस से बचने की कोशिश करता था यह मामला न केवल कानून व्यवस्था बल्कि पुलिस महकमे की साख पर भी सवाल खड़े करता है,



