
संवाददाता
शामली। शनिदेव मंदिर में पिछले 15 साल से एक मुसलमान पूजा कर रहा था। वह खुद को हिन्दू बताकर मंदिर में पूजा कर रहा था। अब उसकी पोल खुल गई है। शामली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ और फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही इंटेलिजेंस विभाग को भी इस मामले की जांच में लगाया गया है।
शामली के एक शिवमंदिर में इमामुद्दीन अंसारी नामक व्यक्ति को शनि देव मंदिर में फर्जी पुजारी बनकर पूजा-पाठ कर रहा था। मामला थाना भवन क्षेत्र के मंटी हसनपुर गांव का है, जहां यह व्यक्ति बाबा बालकनाथ के नाम से पिछले कई वर्षों से मंदिर में पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान करवा रहा था।
पुलिस को सूचना मिली कि मंदिर में पूजा-पाठ कराने वाला व्यक्ति असल में मुस्लिम समुदाय का है और इमामुद्दीन अंसारी के नाम से उसकी पहचान हुई है। पुलिस ने जब जांच की तो उसके कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए गए, जिनमें आधार कार्ड और पैन कार्ड शामिल हैं। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है और वर्षों से इलाके में हिंदू पुजारी बना बैठा था।
शामली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ और फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही इंटेलिजेंस विभाग को भी इस मामले की जांच में लगाया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह कोई सुनियोजित साजिश या नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं है।
फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है और उसके दस्तावेजों की असलियत की जांच भी चल रही है। इस मामले ने स्थानीय लोगों के बीच नाराजगी पैदा कर दी है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की जाएगी।



