
संवाददाता
नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर दुख जताया। शिबू सोरेन किडनी संबंधी समस्याओं के कारण एक महीने से ज्यादा समय से दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे थे। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने सर गंगाराम अस्पताल जाकर शिबू सोरेन के अंतिम दर्शन किए और हेमंत सोरेन को ढाढ़स बंधाया। उन्होंने कल्पना सोरेन को भी सांत्वना दी।

इससे पहले शिबू सोरेन 19 जून से ही नेफ्रोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. एके भल्ला की देखरेख में अस्पताल में इलाज करा रहे थे। डॉ. भल्ला ने बताया कि शिबू सोरेन को सुबह 8.56 बजे मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर ने बताया, ‘वह गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और डेढ़ महीने पहले उन्हें स्ट्रोक हुआ था। पिछले एक महीने से वह जीवन रक्षक प्रणाली पर थे।’ अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘हमारी चिकित्सा टीम के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद शिबू सोरेन का 4 अगस्त, 2025 को निधन हो गया।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शिबू सोरेन आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए विशेष रूप से समर्पित थे। उन्होंने एक्स पर कहा, ‘शिबू सोरेन एक जमीनी नेता थे, जिन्होंने जनता के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में तरक्की की। वे आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए विशेष रूप से समर्पित थे।’ प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘उनके निधन से बहुत दुःख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और संवेदना व्यक्त की। ओम शांति।’


भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी सोरेन को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि मुझे संसद में उनके साथ काम करने का अवसर मिला। उन्होंने झामुमो सरकार को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उनका निधन झारखंड के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। गोड्डा के सांसद ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं बाबा बैद्यनाथ से प्रार्थना करता हूं कि वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’



