
संवाददाता
ग़ाजियाबाद। चंद घंटों की बारिश के बाद ग़ाज़ियाबाद जलमग्न हो गया है. बारिश हो गई, कई घंटे हो चुके हैं लेकिन अभी भी सड़कों पर जलभराव दिखाई दे रहा है. मॉनसून की शुरुआत से पहले नगर निगम द्वारा नालों की सफ़ाई को लेकर तमाम दावे तो किए जाते हैं लेकिन बरसात के मौसम में नगर निगम के दावे धराशाई हो जाते हैं. केवल सड़कों पर ही नहीं बल्कि सरकारी कार्यालयों में भी जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गयी है. सुबह के वक़्त लोग जब ऑफ़िस के लिए निकले तो काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ा था.
हर जगह जलभराव की स्थिति: ग़ाज़ियाबाद में बारिश के बाद सड़कों, सोसाइटियों, कॉलोनियों, पार्कों और अंडरपास ऐ में जलभराव की स्थिति बन गई, जिससे आम जनजीवन काफ़ी प्रभावित हुआ. ग़ाज़ियाबाद में सिद्धार्थ विहार में आवास विकास की वृंदावन एन्क्लेव सोसाइटी में जलभराव की समस्या देखी गई. शहर के पॉश इलाक़े राजनगर और कविनगर में भी जलभराव देखने को मिला. नेहरू नगर थर्ड की कालोनियों के साथ साथ पार्कों में भी पानी भर गया. क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाक़े के सुदामा पुरी स्थित बिजलीघर में क़रीब एक फुट जल भराव हो गया. गोविंदपुरा में भी सड़कें पानी से लबालब दिखाई दी. बारिश के कई घंटो बाद भी गोविंदपुरा में सड़कों पर जलभराव रहा.
गौशाला अंडर पास में क़रीब आठ फ़ीट पानी
गौशाला अंडर पास में जल भराव के कारण डूबने के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन पहले हुई घटनाओं से भी नगर निगम सबक लेता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है. गौशाला अंडर पास में क़रीब आठ फ़ीट तक पानी भर गया, जिसके चलते गौशाला अंडरपास से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रभावित हो गई. रात से ही गौशाला अंडरपास को बंद कर दिया गया था. दोपहर 12 बजे तक भी गौशाला अंडरपास से पानी नहीं निकल पाया है हालाँकि पानी कुछ कम ज़रूर हुआ है लेकिन अभी भी कौनसा राउंडर पास पूरी तरह से बंद है.
नगर निगम की लापरवाही से आम जनजीवन अस्त व्यस्त
बारिश रुकने के छह घंटे बाद भी नमो भारत साहिबाबाद स्टेशन के नीचे जल भराव देखा गया. जलभराव के चलते ई रिक्शा पलट गई. इस रिक्षा में फल और सब्ज़ियां रखी हुई थी. व्यापारी मंडी से सामान लेकर जा रहा था. रिक्शा पलटने से व्यापारी का हज़ार रुपया का नुक़सान हो गया. नगर निगम की लापरवाही से जहाँ एक तरफ़ आम जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ तो उन्हीं लोगों को आर्थिक रूप से नुक़सान भी उठाना पड़ा. पटेल नगर के कई घरों में सड़कों पर जलभराव होने के चलते हैं बारिश का पानी घुस गया. नगर आयुक्त के सरकारी आवास के बाहर भी जलभराव को लेकर नगर निगम की टीम तैनात दिखाई दी.
जल भराव केवल सड़कों पर ही नहीं बल्कि पॉश कॉलोनियों और सोसाइटियों में भी हुआ. बारिश के दौरान नगर निगम की व्यवस्था पूरी तरह से फ़ेल साबित हुई है. नगर निगम का कहना है कि बारिश क़रीब नौ घंटे तक लगातार हुई, ऐसे में जल भराव हो गया, हालाँकि, बारिश ख़त्म होने के कुछ घंटे बाद पानी निकल गया. बारिश समाप्त होने के कई घंटे बाद भी शहर अब भी पानी में डूबा हुआ है.
नगरायुक्त विक्रमादित्य मलिक, का कहना है कि रात साढ़े 9 बजे से सुबह चार बजे तक लगातार बारिश हुई है. नगर निगम की टीम रात भर ग्राउंड ज़ीरो पर मौजूद रही है. जब लगातार नौ घंटे बारिश होगी तो स्वाभाविक है बारिश के बाद दो तीन घंटे तक जलभराव रहेगा. कई पॉइंट्स पर रात भर पंप सक्शन टीम लगी रही. सुबह के वक़्त ग़ाज़ियाबाद के मुख्य मार्गों पर पानी नहीं भरा हुआ है. सुबह नौ बजे तक अधिकतर इलाकों से पानी को सक्शन के माध्यम से निकाला गया. अधिकृत और अवैध कालोनियों वाले इलाक़े में जलभराव की समस्या हुई है वहाँ भी नगर निगम की टीमों द्वारा त्वरित कार्रवाई कर पानी को निकाला गया है.”



