
संवाददाता
नई दिल्ली। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसबीके सिंह को दिल्ली पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, 1988 बैच के एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी एसबीके सिंह 1 अगस्त, 2025 से दिल्ली पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वह एजीएमयूटी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।
गृह मंत्रालय ने गुरुवार को इस नियुक्ति को मंजूरी दी। भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के वरिष्ठ अधिकारी एसबी के सिंह ने अपने 30 वर्षों के करियर में दिल्ली पुलिस, रॉ, अरूणाचल प्रदेश, पुडुचेरी जैसी कई अहम जगहों पर अपनी सेवाएं दी हैं। सिंह वर्तमान में महानिदेशक होमगार्ड्स (दिल्ली पुलिस) के पद पर कार्यरत हैं। वर्तमान पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा, जो तमिलनाडु कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, आज रिटायर हो गए । उन्होंने 1 अगस्त, 2022 को राकेश अस्थाना के स्थान पर दिल्ली पुलिस आयुक्त का पद संभाला था।
एसबीके सिंह की नियुक्ति प्रशासनिक फेरबदल के तहत की गई है और सिंह अगले आदेश तक दिल्ली पुलिस के नेतृत्व की जिम्मेदारी संभालेंगे। सिंह ने अपने करियर के शुरूआती वर्षों में एसीपी करोल बाग, फिर एडिशनल डीसीपी साउथ, डीसीपी नॉर्थ-ईस्ट और डीसीपी सेंट्रल के रूप में कार्य किया। वे आर्थिक अपराध शाखा के प्रमुख भी रह चुके हैं। वे क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त रहे, उन्होंने विशेष पुलिस आयुक्त (इंटेलिजेंस एवं सिक्योरिटी ) तथा स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर के पद रहते हुए 14 में से 7 जिलों के 85 पुलिस थानों की निगरानी संभाली।
वह 2015 गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा के सुरक्षा प्रमुख थे। इसी वर्ष इंडो-अफ्रीका फोरम समिट (अक्टूबर 2015) की सुरक्षा व्यवस्था की भी निगरानी उन्होंने की, जिसमें 54 देशों के राष्ट्राध्यक्ष/प्रतिनिधि शामिल हुए थे। उपहार सिनेमा अग्निकांड, पोंटी चड्ढा हत्याकांड और कई जमीन घोटालों सहित कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच में वे प्रमुख भूमिका निभा चुके हैं. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से 1986 में ग्रेजुएशन किया और कम उम्र में ही आईपीएस चुने गए। उन्होंने आगे चलकर मानव संसाधन प्रबंधन में एमबीए भी पूरा किया। तकनीक के प्रयोग में वे हमेशा अग्रणी रहे।



