
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जिसमें एक मुस्लिम युवती ने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाया। युवती का कहना है कि विवाह के बाद उसे पति के द्वारा शोषण और समाज की उपेक्षा का सामना करना पड़ा, जिससे उसने धर्म बदलने का निर्णय लिया।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित युवती का नाम निदा (बदला हुआ नाम) है, जो 12वीं कक्षा पास हैं और उन्होंने एक मुस्लिम युवक से प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद उन्हें पता चला कि उनका पति पहले से विवाहित है तथा उसके बच्चे भी हैं। जब निदा ने इस मुद्दे पर सवाल उठाया, तो उन्हें शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।
निदा का आरोप है कि उनके पति ने न केवल उनके साथ मारपीट की, बल्कि उन्हें अपने भाइयों और दोस्तों के साथ संबंध बनाने के लिए भी मजबूर करने का प्रयास किया। न्याय की खोज में उन्होंने कई थानों में शिकायतें कीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
एक बार आत्महत्या का प्रयास करने के बाद, निदा की जान अस्पताल में बचाई गई। उन्हें रेखा सिसोदिया नामक महिला से मदद मिली, जिन्होंने उन्हें अपना लिया और हिंदू रक्षा दल से संपर्क कर उनकी धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया में सहायता की।
स्थानीय मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार, हवन और पूजन के बीच, निदा ने विधिपूर्वक सनातन धर्म अपनाया और उन्हें नया नाम “वैदिका सिसोदिया” दिया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग मंदिर में उपस्थित रहे और इस पूरी प्रक्रिया का गवाह बने।
यह मामला न केवल व्यक्तिगत संकट और सामाजिक न्याय से संबंधित है, बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता और महिला सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण मुद्दों को भी उजागर करता है। वैदिका अब एक नए जीवन की शुरुआत कर चुकी हैं और चाहती हैं कि उनका संघर्ष दूसरों के लिए एक प्रेरणा बने।



