
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल गाजियाबाद ने नगर निगम द्वारा सम्पत्ति कर बढ़ाने के विरोध में महापौर सुनीता दयाल को ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने कहा कि निगम का गठन शहर को बेहतर बनाने व सुविधा देने के लिए किया गया था, लेकिन निगम अपने मूल उद्देश्य से भटकर कैपिटल जनरेट के चक्कर में लग गया है। हाउस टैैक्स वृद्घि हर तरीके से गलत है। निगम ने अधिनियम के विपरीत जाकर सम्पत्ति कर में दो से पांच गुना वृद्घि कर दी है। किसी व्यासायिक क्षेत्र में यह वृद्घि दस गुना तक बढ़ा दी गई है।

अधिनियम के तहत हर दो वर्ष बाद दस प्रतिशत की वृद्घि होती रही है। लेकिन निगम आय बढ़ाने के अन्य साधनों पर ध्यान ने कर गलत तरीके से नागरिकों पर टैक्स वृद्घि का बोझ डाल रहा है। व्यापारियों ने महापौर से कहा है वह इस वृद्घि का विरोध करते हैं,इसे वापस लिया जाए। इस मौके पर जिलाध्यक्ष संदीप बंसल, दीपक गर्ग, राजेन्द्र कुमार,संजय बिन्दल, संजय गुप्ता, महेन्द्र कुमार, वेदप्रकाश गौतम,श्रीपाल यादव, अनिल राणा, नरेश ठाकुर, राजेश कंसल, सुबोध गुप्ता, विकास शर्मा, प्रेमप्रकाश चीनी आदि व्यापारी मौजूद रहे।
सहमति हुई तो नगर निगम दिखाए समर्थन पत्र : गौरव सोलंकी
पार्षद गौरव सोलंकी ने बताया कि नगर निगम ने जो हाउस टैक्स गलत तरीके से बढ़ाया है उसका विरोध जारी है। सभी की सहमति से जो प्रतिशत टैक्स बड़े उसके समर्थन में हम हैं। महापौर सदन बुलायें, जिससे सभी पार्षद अपनी सहमति से हाउस टैक्स पर चर्चा करें। यदि नगर निगम बोलता है, कि सभी पार्षदों से सहमति है कोई विरोध नहीं है। उन्होंने कहा नगर निगम के पास कोई समर्थन पत्र पार्षद ने दिया है तो वह हमें दिखाएं। 4 गुना टैक्स का खुलकर विरोध है और रहेगा।
अधिकारियों ने बोर्ड बैठक में पार्षदों को गुमराह किया : नीरज गोयल
पार्षद नीरज गोयल ने बताया कि नगर निगम में जो हाउस टैक्स बढ़ाया है, इसका खुलकर विरोध किया जा रहा है। नगर निगम के अधिकारियों ने बोर्ड बैठक में पार्षदों को गुमराह किया है, और किसी भी सूरत में बड़ा हुआ हाऊस टैक्स बर्दाश्त नहीं होगी। यदि नगर निगम के अधिकारी बोलते हैं कि हमें पार्षदों का समर्थन है हमारे द्वारा कोई समर्थन पत्र नहीं दिया गया। लेकिन चार गुना टैक्स का विरोध सभी पार्षद खुलकर कर रहे हैं।
महापौर को टैक्स पर सदन बुलाना चाहिए : हिमांशु शर्मा
करंट क्राइम। पार्षद हिमांशु शर्मा ने बताया कि हमारा नीतिगत विरोध है। जब तक डीएम सर्किल रेट पर टैक्स रहेगा, वह मंजूर नहीं होगा। हम जनता के प्रतिनिधि हैं, और जनता के हित की बात करेंगे। महापौर को टैक्स पर सदन बुलाना चाहिए, इस पर खुलकर चर्चा हो जो सदन में फैसला होगा, वह सब को मंजूर होगा। लेकिन चार गुना बढ़ा हुआ टैक्स का विरोध खुलकर सदन में भी होगा।
जब सदन में प्रस्ताव निरस्त हो गया तो क्यों बढ़ाया टैक्स : कुसुम गोयल
पार्षद कुसुम गोयल ने बताया कि हमारा 4 गुना टैक्स पर खुलकर विरोध है। यह टैक्स कभी बर्दाश्त नहीं होगा। जब सदन में यह प्रस्ताव निरस्त हो गया था। तो फिर क्यों बढ़ाया टैक्स। बिना सदन की मंजूरी के ही अधिकारियों ने मनमानी करके जनता पर बोझ डाला है। उन्होंने बताया कि नगर निगम के अधिकारी जनता और जनप्रतिनिधियों की छवि खराब करने का काम निगम के अधिकारी कर रहे है। इसकी जांच तत्काल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले शहर का विकास नहीं हो रहा था। अधिकारी स्थापना का पैसा तो नहीं ला रहे, लेकिन जनता की जेब में डकैती डाल रहे हैं, जो कभी बर्दाश्त नहीं होगा।
चार गुणा हाउस टैक्स नहीं बढ़ने देंगे : राधेश्याम त्यागी
पार्षद राधेश्याम त्यागी ने बताया कि नगर निगम ने जो जनता पर चार गुणा हाउस टैक्स बढ़ाने का काम किया है। उसका विरोध होगा। नियम के अनुसार जो टैक्स 10% लगाया जाए जिसे सदन में उस पर चर्चा हो। लेकिन धोखे से जो अधिकारी जनता पर बोझ डाल रहे हैं, उसे तो कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मेरा पूरा विरोध बढ़े हुए हाउस टैक्स पर : डॉ. अनिल तोमर
पार्षद डॉक्टर अनिल तोमर ने कहा है कि बड़े हुए हाउस टैक्स पर मेरा पूरा विरोध है। उन्होंने कहा 1 रुपए से 2 के बीच में टैक्स बढ़ाने पर बात हुई थी। लेकिन 4 गुना नगर निगम के अधिकारियों ने टैक्स बढ़ाकर भेजा है। उसका विरोध पहले भी था, और अभी है और रहेगा। उन्होंने बताया शहर के विकास के लिए हाउस टैक्स जरूरी है। लेकिन चार गुना टैक्स कभी नहीं बढ़ाया गया। नगर निगम के अधिकारियों को इस पर विचार करना चाहिए और जल्द ही महापौर सदन बुलाए जिससे सदन में हाउस टैक्स पर चर्चा हो जो चर्चा में टैक्स की बढ़ोतरी होगी, उसे पर सभी का पक्ष लिया जाए।



