
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से तनाव बढ़ा हुआ है। भारत ने आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है, और साथ ही राजनयिक संबंध कम कर दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आतंकी हमले का बदला जरूर लिया जाएगा और उनकी सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई है। इसके मद्देनजर भारत सरकार ने देशव्यापी ‘मॉक ड्रिल’ का आदेश जारी किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 7 मई को देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल करवाने का फैसला किया है। 1971 के बाद से केंद्र सरकार की ओर से जारी किया गया इस तरह का पहला आदेश है। इस तरह की व्यापक मॉक ड्रिल तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 1971 में हुई थी, जब भारत और पाकिस्तान के बीच जंग चल रही थी। यानी 54 साल बाद एक बार फिर इस तरह का आदेश जारी हुआ है। उस दौरान नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल की गई थी ।
यह अभ्यास खास तौर से भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों जैसे- जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सामरिक रूप से संवेदनशील जिलों में महत्वपूर्ण होगा। यह मॉक ड्रिल गांव स्तर तक आयोजित की जाएगी, जिसमें अग्निशमन सेवाएं, होम गार्ड और सिविल डिफेंस संगठन सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे।

मॉक ड्रिल में क्या-क्या होगा?
हवाई हमले की चेतावनी देने का सायरन बजाया जाएगा।
मॉक ड्रिल के वक्त ब्लैकआउट यानी बत्तियां बुझाकर अंधेरा किया जाएगा।
आम नागरिकों को हमले के वक्त बचाव से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी।
अहम और संवेदनशील प्रतिष्ठानों को दुश्मन की नजर से बचाना।
जोखिम वाली जगहों को खाली कराना और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक ले जाने का अभ्यास करना।
छात्रों और सिविल डिफेंस को ट्रेनिंग दी जाएगी, आपात स्थिति में सुरक्षा की तैयारी परखी जाएगी।
कंट्रोल रूम के संचार उपकरणों को जांचा जाएगा, महत्वपूर्ण सुरक्षा ढांचों को छिपाया जाएगा।
भारत में कल 295 जिलों में होगी मॉक ड्रिल
गृह मंत्रालय ने 7 मई को देश भर में मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है। भारत में कल 244 जिलों में मॉक ड्रिल की जाएगी। ड्रिल के दौरान लोगों को जंग के बीच बचने और सेफ जगहों पर जाने के तरीके समझाए जाएंगे। आज पंजाब से लेकर महाराष्ट्र तक कई जगहों पर जंगी सायरन की आवाजें सुनी गईं।
यूपी में कहां-कहां बजेगा जंगी सायरन?

केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 7 मई को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल के लिए जारी निर्देशों के तहत उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने भी राज्य के जिलों को आम जनता के साथ समन्वय स्थापित कर किसी भी स्थिति से निपटने और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए मॉक ड्रिल करने के निर्देश जारी किए हैं। यूपी में गाजियाबाद, झांसी, गोरखपुर, आगरा, प्रयागराज, बरेली, कानपुर, मथुरा, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, वाराणसी, बख्शी का तालाब, मुगलसराय, बागपत और मुजफ्फरनगर में जंगी सायरन बजेगा।
जम्मू कश्मीर में बॉर्डर पर बंकर में छिपने की तैयार
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दिल्ली और मुंबई से लेकर देश के अलग-अलग शहरों में मॉक ड्रिल की तैयारी चल रही है तो जम्मू कश्मीर में बॉर्डर पर लोग बंकर में छिपने की तैयारी कर रहे हैं। उरी से लेकर नौशेरा सेक्टर तक किसी आपातकालीन स्थिति में छिपने के लिए बंकर तैयार हो चुके हैं। बंकरों में लोगों के खाने पीने का भी इंतजाम किया जा चुका है। अगर पाकिस्तान से जंग हुई तो सबसे ज्यादा पाकिस्तान के निशाने पर LOC पर बसे लोग ही आएंगे। यही वजह है कि यहां पर Loc ही नहीं इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी पर्याप्त संख्या में बंकर रेडी किए जा चुके हैं। SDRF टीम ने श्रीनगर की डल झील पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया हैं।



