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दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में बनेंगी नई मैनेजमेंट कमेटी, 9 मई को होंगे चुनाव

विशेष संवाददाता

नई दिल्ली। दिल्ली में एक हजार से ज्यादा सभी सरकारी स्कूलों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में नई स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) बनाई जाएंगी. इसके लिए जल्द ही चुनाव प्रक्रिया शुरू की जाएगी. दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने सर्कुलर जारी कर कहा है कि निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों की वर्तमान स्कूल मैनेजमेंट कमेटीयां भंग की जाती हैं.

हर स्कूल में नई स्कूल मैनेजमेंट कमेटी बनाई जाएंगी: अब स्कूल हेड और उनके टीचर कनवीनर की अगुवाई में स्कूल स्तर की एसएमसी इलेक्शन कमेटी चुनाव रखेगी और हर स्कूल में नई स्कूल मैनेजमेंट कमेटी बनाई जाएंगी. हर स्कूल की एसएमसी में 16 मेंबर होंगे. एसएमसी में प्रिंसिपल स्कूल हेड चेयरपर्सन होगा. 12 पैरंट्स मेंबर्स होगे, एक मेंबर स्थानीय निकास के चुने गए प्रतिनिधि, एक मेंबर शिक्षा के क्षेत्र में सोशल वर्कर, एक मेंबर/कनवीनर टीचर होगा. चुनाव नतीजे आते ही नई एसएमसी की जानकारी शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट (edudel.nic.in) पर अपलोड करनी होगी.

पैरंट्स को भिजवाया जा रहा लेटर: बता दें कि, दिल्ली में करीब 1056 सरकारी स्कूल हैं. सभी स्कूलों को कहा गया है कि वो पैरंट्स को स्टूडेंट्स के जरिए लेटर भिजवाकर सूचना दें कि वो नई एसएमसी के लिए नामांकन दाखिल करने के अलावा वोट कर सकते हैं. एसएमसी में 12 पैरंट्स मेंबर्स होंगे, जिन्हें नामांकन करना है. उन्हें अपने सपोर्ट के लिए फॉर्म में पांच और पैरंट्स के सिग्नेचर लाने होंगे. नामांकन अपने बच्चे की क्लास टीचर को 6 मई तक देना होगा.

चुनाव 9 मई को कराने की है घोषणा: चुनाव 9 मई को मॉर्निंग शिफ्ट/जनरल शिफ्ट के स्कूलों में सुबह 8 से 11 और इवनिंग शिफ्ट के स्कूलों में 1 से 4 बजे तक होंगे. वोटों की गिनती और नतीजे 10 मई को जारी होंगे. निदेशालय ने सभी जिलों के डिप्टी डायरेक्टर ऑफ एजुकेशन (डीडीई) को कहा है कि वो तीन सदस्यों का परमानेंट कोर ग्रुप बनाएं, जिसमें स्कूल हेड और दो टीचर हों.

कमेटी देखती है स्कूलों में व्यवस्था: बता दें कि, सरकारी स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के द्वारा ही उनकी व्यवस्था देखी जाती है. पेरेंट्स, स्कूल हेड और टीचर मिलकर के स्कूल के विकास संबंधी सामूहिक निर्णय लेते हैं. अभी तक आम आदमी पार्टी के शासनकाल में बनी हुई एसएमसी ही स्कूलों का कामकाज देख रही थी. लेकिन, अब दिल्ली में भाजपा सरकार ने नई एसएमसी के गठन की कवायद शुरू की है.

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