latest-newsएनसीआरगाज़ियाबाद

गाजियाबाद के प्रबुद्ध लोगों को भाया कमिश्नर की सोशल पुलिसिंग वाला अंदाज

बहुत दिनों बाद हुआ ऐसा, जब पुलिस वालों ने सुनी प्रबुद्ध चेहरों के मन की बात

विशेष संवाददाता

गाजियाबाद। पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद वाले सिस्टम में नए कमिश्नर जे रविंदर गौड़ ने आने के बाद सोशल पुलिसिंग को बढ़ाने पर जोर दिया है। बीते कुछ दिनों में ही पुलिस के अलग-अलग फेस नजर आने लगे हैं। खुद पुलिस कमिश्नर थानों के निरीक्षण पर पहुंच रहे हैं। तो अपराधियों से मुलाकात कर बात भी कर रहे हैं। तो वहीं सोशल पुलिसिंग को मजबूत बनाने के उद्देश्य से रविवार को पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के सभी थानों में दोपहर बाद जनप्रतिनिधियों, पार्षदों, विपक्षी पर्टियों के नेताओं, प्रमुख व्यापारी नेताओं, आरडब्ल्यूए के सदस्यों से लेकर संभ्रात लोगों के साथ बैठक की गई है। इस बैठक का मकसद पुलिस और इन लोगों के बीच आने वाली दूरियों को कम करना रहा। साथ ही अपराध नियंत्रण से लेकर ट्रैफिक, पुलिस वेरिफिकेशन से लेकर गालियों व मौहल्लों में होने वाले देर रात तक के आयोजनों और आसपास रहने वाले गलत लोगों की जानकारी पुलिस तक पहुंचा रहा।

घंटाघर कोतवाली, कवि नगर, नंदग्राम थाना, वेव सिटी, क्रॉसिंग रिपब्लिक से लेकर लिंक रोड साहिबाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर में भी इस तरीके की बैठकें आयोजित की गई हैं। वहीं बीते दिनों पुलिस कमिश्नर ने सभी थाना प्रभारियों को इस प्रकार के आयोजन करने का निर्देश दिया था, जो रविवार से गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में शुरू हो गया है।

पुलिस ने किया संवाद और कराया जलपान

रविवार को आयोजित जनप्रतिनिधियों से लेकर स्थानीय पार्षदों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों से लेकर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को बैठक में बुलाने का मकसद संवाद को बढ़ाना रहा। वहीं पुलिस तक सूचनाओं के पहुंचने का बेहतर प्लेटफार्म तैयार करना भी रहा। दरअसल कई बार संवाद ना होने की वजह और दूरियों के चलते पुलिस और इन लोगों के बीच निरंतर संवाद नहीं होता, जिस वजह से परेशानियां बढ़ जाती हैं। इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि पुलिस के अधिकारियों द्वारा पहुंचने वाले सभी प्रबुद्ध और प्रमुख लोगों को जलपान भी कराया गया है। तो कहीं ढोकला परोसा गया, तो कहीं रसगुल्ला के साथ समोसा। तो कहीं चाय तो कहीं पानी की बोतल से पुलिसिंग और रिश्तो को मजबूत बनाने का काम हुआ।

प्रबुद्ध लोगों को पसंद आ रही है नए कमिश्नर की सोशल पुलिसिंग

रविवार से पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद वाले सिस्टम में पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर शुरू हुई सोशल पुलिसिंग समाज के अलग-अलग वर्ग के लोगों को पसंद आ रही है। रविवार को अलग-अलग थानों में हुई इस बैठक के दौरान जहां पक्ष और विपक्ष के नेता नजर आए। तो वहीं स्थानीय रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी की भी राय ली गई है।

सकारात्मक है सोच, बेहतर आएगा परिणाम : वेद प्रकाश गर्ग

घंटाघर कोतवाली में पहुंचे भाजपा नेता और व्यापारी वेद प्रकाश गर्ग खादी वालों का कहना है वह पहली बार घंटाघर कोतवाली में किसी बैठक में शामिल हुए हैं। बैठक में पुलिस द्वारा जिस प्रकार से गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया यह एक अच्छी पहल है। साथ ही थाना प्रभारी और एसीपी द्वारा जिस तरीके से संवाद किया गया, उससे प्रतीत हो रहा है कि आने वाले समय में इसके बेहतर परिणाम आएंगे और यह एक सकारात्मक प्रयास किया जा रहा है।

पहल है बेहतरीन, पर जारी रहना चाहिए यह अभियान : फैसल हुसैन

वेव सिटी थाने में इस बैठक में पहुंचे समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष फैसल हुसैन का कहना है कि यह शासन प्रशासन का जनप्रतिनिधियों और पक्ष-विपक्ष के नेताओं को आमंत्रित करने का अच्छा प्रयास है। पुलिस कमिश्नर की यह पहल बेहतरीन है। बस इसे जारी रखा जाना चाहिए और इस अभियान में सभी लोगों को साथ लेकर चलना चाहिए। उनकी बातें सुनी जाए और उनके सकारात्मक परिणाम भी आए।

व्यापार मंडल और व्यापारियों को बुलाना भी है सराहनीय पहल : संजीव मित्तल

घंटाघर कोतवाली में आयोजित बैठक में व्यापारी नेता संजीव मित्तल को बुलाया गया। उनके साथ कई अन्य व्यापार मंडल के प्रभारी थे। उन्होंने कहा है कि पुलिस द्वारा जानकारी दी गई है कि जल्द ही प्रत्येक बाजार में बीट व्यवस्था करते हुए सिपाहियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं 10 साल वाले अपराधियों का पूरा रिकॉर्ड तैयार होगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान व्यापारियों से जाम ना लगे और अपराध नियंत्रण किया जा सके, इस पर भी सुझाव लिए गए हैं। नए पुलिस कमिश्नर की यह पहल सराहनीय है।

जल्द प्रमुख जनप्रतिनिधियों के साथ भी होगा पुलिस कमिश्नर का संवाद

पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद वाले सिस्टम के सूत्र बता रहे हैं कि जिस तरीके से कमिश्नरेट के सभी थानों में पार्षदों से लेकर व्यापार मंडल वाले रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी से लेकर प्रमुख व्यापारियों को आमंत्रित किया गया है। तो आने वाले दिनों में खुद पुलिस कमिश्नर भी शहर के प्रमुख जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कायम कर सकते हैं। वैसे इसे एक रूटीन प्रक्रिया बताया जा रहा है लेकिन लंबे समय से गाजियाबाद में जनप्रतिनिधियों और खाकी वाले अधिकारियों के बीच दूरियां थी, जिस तरीके का यह है अभियान शुरू किया गया है, उसके बेहतर परिणाम आने का इशारा किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com