
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। जिले में पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा के स्थानांतरण के बाद राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। लोनी के भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर के समर्थकों ने इसे “रामकथा के सम्मान की जीत” मानकर जश्न मनाया। उनके आवास पर ढोल-नगाड़ों की धुन गूंज उठी, आतिशबाजी हुई और लड्डू बांटकर खुशी का इजहार किया गया।
जैसे ही तबादले की खबर मिली, विधायक के लोनी स्थित निवास पर समर्थकों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने स्वयं अपने हाथों से समर्थकों को लड्डू खिलाए। समर्थकों का कहना था कि यह “रामकथा और आस्था के अपमान” का जवाब है।
ये भी ध्यान देने वाली बात है कि 20 मार्च को रामकथा यात्रा के दौरान विवाद के बाद विधायक गुर्जर फटे कुर्ते और नंगे पैर यात्रा कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक “रामकथा के अपमान का प्रतिशोध” नहीं मिलता, तब तक वह सामान्य वस्त्र नहीं पहनेंगे।
नंदकिशोर गुर्जर ने कहा, “मैंने संकल्प लिया था कि जब तक रामकथा के द्रोहियों को जवाब नहीं मिलता, तब तक फटे कुर्ते और नंगे पैर ही रहूंगा। अब समाज ने मुझे एक बार फिर सम्मान दिया है। आज सहारनपुर की बैठक में मैं नया कुर्ता पहनूंगा।”
उन्होंने पूर्व पुलिस कमिश्नर को बिना नाम लिए “रामकथा का द्रोही” बताया और कहा कि अब इतिहास उन्हें इसी नाम से याद करेगा।
इस अवसर पर 36 बिरादरी के प्रतिनिधियों ने विधायक को नया कुर्ता और पगड़ी भेंट की, जिसे उन्होंने “सम्मान की पुनर्प्राप्ति” बताया। समर्थकों ने इसे “आस्था की जीत” करार दिया।



