
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। पुलिस ने राजू हत्याकांड में बांछित मुख्य अभियुक्त 25 हजार के इनामी विकास उर्फ परमात्मा और उसकी निशानदेही पर दो तांत्रिक भाईयों समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। डीसीपी ट्रांसहिडन निमिष पाटिल ने बताया कि तंत्र मंत्र के लिए मानव खोपड़ी की जरूरत थी। तांत्रिक क्रिया दिल्ली के आदर्श नगर निवासी तांत्रिक भाईयों पवन और पंकज को करनी थी। तांत्रिक भाईयों ने जीटीबी अस्पताल के लिफ्टमैन नरेंद्र उर्फ एनडी को खोपड़ी की व्यवस्था करने का काम सौंपा था। एनडी ने ई रिक्शा चलाने वाले विकास उर्फ परमात्मा को बताया था अमीर बनना है तो एक खोपड़ी इंतजाम करो।
करोड़ों का दिया था लालच
एनडी ने परमात्मा को बताया कि मानव खोपड़ी के लिए तांत्रिक ने उसे 60 करोड़ रुपये दिलाने की वादा किया है। एनडी ने कहा कि इतना पैसा मिलेगा, हम सब मालामाल हो जाएंगे। किसी और को भी शामिल करना चाहो तो कर लो लेकिन यह काम हर हाल में करवा दो। परमात्मा ने ताहिरपुर इलाके में किराए के कमरे में साथ रहने वाले धनंजय और विकास उर्फ मोटा को भी यह बात बताई और साथ ही मानव खोपड़ी उपलब्ध कराने के लिए व्यक्ति की तलाश करने को कहा।
हमदर्द चौराहे से पकड़ा था राजू को
21 जून की शाम को धनंजय और विकास उर्फ मोटा हमदर्द चौराहे से अपनी जान पहचान वाले बिहार के मोतिहारी जिले निवासी राजू को अपने कमरे कमरे पर ले गए। पहले उसे शराब पिलाई और फिर गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। उसके बाद विकास उर्फ मोटा के आटो में डालकर विकास उर्फ परमात्मा और धनंजय दिल्ली की सीमा से बाहर निकलकर गाजियाबाद के टीलामोड़ थानाक्षेत्र के जंगल में पहुंचे और यहीं पर राजू की खोपड़ी धड़ से अलग करने के बाद बाल्टी में रखकर ले गए। राजू की सिर कटी लाश बाद में पुलिस को मिली थी।
धनंजय और विकास हुए थे गिरफ्तार
टीला मोड़ थाना पुलिस ने सिर कटी लाश का अंतिम संस्कार करने के बाद मामले में जांच शुरू की और धनंजय व विकास उर्फ मोटा को गिरफ्तार कर लिया था, दोनों अपना जुर्म कबूल करते हुए पूरी कहानी पुलिस के आगे उगल दी थी, लेकिन तांत्रिक भाईयों को पुलिस इसलिए नहीं गिरफ्तार कर पाई थी कि क्योंकि उनकी कड़ी मिलाने वाला विकास उर्फ परमात्मा पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका। गिरफ्तारी के डर से वह नेपाल भाग गया था। 15 दिन पहले परमात्मा नेपाल से लौटा तो पुलिस ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर तांत्रिक बंधु पवन और पंकज भी गिरफ्तार कर लिए गए।
खोपड़ी से करना था काला जादू
डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने 25 हजार के इनामी मुख्य अभियुक्त विकास उर्फ परमात्मा पुत्र जगदीश पटेल को वजीराबाद रोड से गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर नरेंद्र उर्फ एनडी और तांत्रिक बंधुओ पवन और पंकज को गिरफ्तार कर लिया। परमात्मा की निशानदेही पर मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के पास नाले से एक मानव व एक जानवरी की खोपड़ी बरामद की गई है। अभियुक्तों चाकू- छुरी और घटना में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद किया गया है। परमात्मा ने बताया कि धनंजय और विकास उर्फ मोटा की गिरफ्तारी के बाद वह नेपाल भाग गया था, उससे पहले खोपड़ी को अच्छी तरह से पैक करके एक पत्थर के साथ बांधकर नाले में छिपा दिया था।



