
संवाददाता
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को गाजियाबाद में आएंगे। वे देश की पहली रीजनल रैपिड रेल (RapidX) का उदघाटन करेंगे। उदघाटन कार्यक्रम साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर होगा और जनसभा वसुंधरा सेक्टर-आठ के मैदान में होगी। जिला प्रशासन के अधिकारियों, NCRTC, प्रमुख BJP नेताओं को PMO से 20 अक्टूबर के कार्यक्रम की सूचना भेज दी गई है। उम्मीद है कि 18 अक्टूबर तक प्रधानमंत्री का मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम आ जाएगा। NCRTC अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार तक रैपिड रेल का किराया भी तय कर दिया जाएगा।
जर्मन हैंगर से कवर होगा जनसभा स्थल
प्रधानमंत्री के गाजियाबाद आने के तीन संभावित रूट हैं। साहिबाबाद स्टेशन से वह दुहाई डिपो रैपिडएक्स से जाएंगे। इस दायरे में कार्यक्रम के दिन आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित होगा। जनसभा स्थल जर्मन हैंगर से कवर होगा ताकि अनधिकृत प्रवेश न हो। इस स्थल को सीसीटीवी कैमरों से कवर कर कंट्रोल रूम बनेगा।
कार्यक्रम के समय एनएसजी की एंटी ड्रोन यूनिट यह सुनिश्चित करेगी कि इसके ऊपर व आसपास के क्षेत्र में कोई ड्रोन न उड़ पाए। रैपिडएक्स के 17 किमी रूट पर सड़क, रूफटॉप ड्यूटी के साथ रास्ते में पड़ने वाली हरनंदी नदी में भी जवान नाव के साथ गश्त के लिए लगाए जाएंगे। इस पूरे रूट पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी।
पीएम-सीएम को छोड़ सभी के वाहन पर लगेंगे पास
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में कोई अव्यवस्था न हो, इसीलिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट के अलावा सभी मंत्री, अन्य जनप्रतिनिधि, भाजपा के संगठन पदाधिकारी, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी, मीडिया और आम जन के लिए अलग-अलग रंग के वाहन पास यातायात पुलिस जारी करेगी।
12 पार्किंग स्थल चिह्नित किए गए हैं, जहां 2700 वाहन खड़े किए जा सकेंगे। जनसभा स्थल के 100 मीटर के दायरे में आठ पार्किंग और बाकी 200-500 मीटर में हैं।
रंग-रूट वाला होगा पास
हर पास पर अलग-अलग दिशा से आने पर संबंधित पार्किंग में जाने का रूट मैप भी छपा होगा ताकि किसी को कोई भ्रम न हो। इसके बाद भी कोई दिक्कत होगी तो उसके लिए भी व्यवस्था की गई है। हर श्रेणी का पास अलग रंग में होगा, जिसे कार की विंडशील्ड पर अनिवार्य रूप से लगाना होगा ताकि पुलिसकर्मी दूर से ही देखकर वाहन चालक को यह बता सकें कि किस तरफ की पार्किंग में जाना है।
पांच हजार जवान होंगे तैनात
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान रूट पर पांच हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। प्रधानमंत्री के आसपास पहला घेरा एसपीजी का होता है। इसके बाद एनएसजी और फिर पुलिस व पीएसी के जवानों का घेरा होगा। बाहर से 50 एसीपी व सीओ गाजियाबाद भेजे जाएंगे। इसके अलावा 10 खोजी श्वान दस्ता, एंटी माइन्स, एंटी सबोटाज, जैमर के साथ एटीएस, एसटीएफ और आइबी के अधिकारी भी डटे रहेंगे। सोमवार या मंगलवार में एसपीजी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने आ सकती है।



