
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर की तेज रफ्तार जिंदगी में अब यात्रियों को अपने रोजमर्रा के सफर के दौरान किताबों से जुड़ने का एक अनोखा अवसर मिल रहा है. आनंद विहार नमो भारत स्टेशन पर एनसीआरटीसी द्वारा बुक फेयर आयोजित किया गया है. आमतौर पर जल्दबाजी व भीड़ से भरे ट्रांजिट हब के रूप में पहचाने जाने वाले इस स्टेशन में अब किताबों की खुशबू व कहानियों की दुनिया लोगों को कुछ पल ठहरने के लिए मजबूर कर रही है.
एनसीआरटीसी ने बुक्स टेल्स के साथ मिलकर इस बुक फेयर का आयोजन किया है. इसे ‘स्टोरीबॉक्स’ नाम दिया गया है. बुक फेयर मैनेजर शुभम ने बताया कि यह बुक फेयर 21 दिसंबर तक रोजाना सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खोला जा रहा है. दफ्तर जाने वाले कर्मचारी हों, छात्र हों या लंबी यात्रा पर निकलने वाले यात्री हर कोई यहां रुककर किताबें देखने और खरीदने का आनंद ले रहे हैं. कई यात्रियों ने कहा कि आम तौर पर किताबें खरीदने के लिए अलग से समय निकालना मुश्किल होता है, लेकिन स्टेशन पर यह सुविधा मिलना उनके लिए बेहद सहज व खास अनुभव है.
विशेष है बॉक्स-आधारित खरीदारी मॉडल
बुक फेयर मैनेजर शुभम ने बताया कि इस बुक फेयर की सबसे बड़ी खासियत इसका बॉक्स-आधारित खरीदारी मॉडल है. यहां पर लोग अलग-अलग किताबों की कीमतों को लेकर उलझने के बजाय अपनी पसंद का बॉक्स चुन सकते हैं. उसमें जितनी किताबें आराम से आ सकें, उतनी भरकर तय कीमत पर खरीद लेते हैं. छोटे बॉक्स की कीमत 1500 और बड़े बॉक्स की कीमत 2500 निर्धारित की गई है. यात्रियों के मुताबिक, यह तरीका न सिर्फ किफायती है बल्कि उन्हें अलग-अलग विषयों की किताबें एक साथ चुनने के लिए भी प्रेरित करता है. कई लोग बच्चों की किताबों के साथ-साथ अपनी पसंद की फिक्शन व नॉन-फिक्शन किताबें भी एक ही बॉक्स में ले जाते दिखे.
हर वर्ग के लिए किताबें मौजूद
बुक फेयर मैनेजर शुभम ने बताया कि बुक फेयर में फिक्शन, नॉन-फिक्शन, बच्चों की किताबें, युवा लेखकों की रचनाएं व नए पाठकों के लिए विशेष सेक्शन मौजूद है. इसके अतिरिक्त ‘मीट एंड ग्रीट’ सेशन के जरिए पाठकों को लेखकों से मिलने व अपनी पसंदीदा किताबों पर हस्ताक्षर कराने का भी मौका मिल रहा है. मर्चेंडाइज ज़ोन भी लोगों, खासकर युवाओं व छात्रों के बीच खासा लोकप्रिय है.
दिल्ली के ट्रांजिट हब में से एक है आनंद विहार स्टेशन
आनंद विहार नमो भारत स्टेशन पहले से ही दिल्ली-एनसीआर के सबसे बड़े ट्रांज़िट हब में से एक है, जहां पर मेट्रो, बस व रेल जैसी कई परिवहन सेवाएं जुड़ी हुई हैं. ऐसे में स्टेशन परिसर में बुक फेयर का आयोजन लोगों के लिए आसानी से सुलभ है. यात्रियों ने कहा कि ये पहल उनकी रोज की यात्रा को सिर्फ एक मंजिल तक पहुंचने का साधन नहीं रहने देती, बल्कि उसे एक सकारात्मक व यादगार अनुभव में बदल देती है.
सोशल व सांस्कृतिक हब के रूप में उभर रहा
पब्लिक के नजरिए से देखा जाए तो एनसीआरटीसी की ये पहल सराहनीय है, जो नमो भारत स्टेशनों को केवल यात्रा केंद्र नहीं, बल्कि जीवंत सोशल व सांस्कृतिक हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है. किताबों के जरिए सफ़र को अर्थपूर्ण बनाती यह पहल पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के साथ-साथ यात्रियों को कुछ पल सुकून के भी दे रही है.
जानिए क्या बोले लोग
ईटीवी भारत से बातचीत में डॉक्टर शादाब ने कहा कि उन्होंने आनंद विहार के नमो भारत स्टेशन पर बुक फेयर लगा देखा तो उन्होंने अपने व्यस्त समय से 15 मिनट का समय निकालना उचित समझा. वह बुक फेयर में पहुंचे और कई किताबें खरीदी. उन्होंने कहा कि जो लोग पढ़ने में इंटरेस्ट रखते हैं उन्हें यहां जरूर आना चाहिए. वहीं, यश ने बताया कि वह न्यू अशोक नगर से आनंद विहार नमो भारत स्टेशन पर बुक फेयर में पहुंचे. यहां पर बहुत अच्छे-अच्छे किताबें हैं. उन्होंने बताया कि वह नीट की तैयारी कर रहे हैं और पढ़ने में उन्हें इंटरेस्ट है, ऐसे में वह अच्छी-अच्छी किताबें तलाश रहे हैं.



