
संवाददाता
नई दिल्ली। गोवा में शनिवार (6 दिसंबर) की रात ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाम के नाइटक्लब में बड़ा हादसा हुआ. यहां आग लगने से हंसते खेलते, नाचते, गाते 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. लोगों की लीलने वाले नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ की एक ब्रांच दिल्ली में भी है. राजधानी के बेहद पॉश इलाके सिविल लाइंस के श्यामनाथ मार्ग पर सेकेंड फ्लोर पर Romeo lane baar and restaurant है.
रोमियो बार एंड रेस्टोरेंट मामले में गिरफ्तार पांचवा आरोपी भरत कोहली यहां के मैनेजमेंट को हैंडल करता था. ये रेस्टोरेंट 2019 से चल रहा है और मैनेजमेंट का सारा काम भरत कोहली देखता था. इस रेस्टोरेंट में तकरीबन 150 लोगों के बैठने की कैपिसिटी है. आग लगने की स्थिति में बचाव के लिए पूरे इंतजामात हैं. रेस्टोरेंट में एंट्री और एग्जिट के कुल तीन रास्ते हैं. जो इंतजाम दिल्ली में मौजूद इस रेस्टोरेंट में हैं अगर वही सारे इंतजाम गोवा के नाइटक्लब में होते तो हादसे में मारे गए लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
सूत्रों के मुताबिक भरत कोहली रेस्टोरेंट चेन के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा का बेहद करीबी और भरोसेमंद ड्राइवर था. उन्होंने भरत को दिल्ली और गोवा के स्टाफ के मैनेजमेंट का काम दिया हुआ था. जानकारी के अनुसार भरत के पिता करन सिंह कोहली भी सौरभ के पिता की गाड़ी चलाया करते थे. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सौरभ लूथरा ने क्लब के कई लाइसेंस भरत कोहली के नाम क्यों लिए थे ? क्या उनका मक़सद अपने बचाव के लिए भरत के नाम का इस्तेमाल करना था, ताकि किसी तरह का हादसा या अड़चन आने पर कानूनी पचड़े से बचा जा सके ?.
दिल्ली के रोमियो लेन रेस्टोरेंट और बार को लेकर सोशल मीडिया के जरिए भी एक जानकारी सामने आ रही है , वो ये है कि 2024 में रेस्टोरेंट की सिटिंग कैपिसिटी लिमिट और किचन हाइजीन को लेकर MCD ने नोटिस दिया था. लेकिन उस पर क्या कार्यवाई हुई इस बारे में अभी तक MCD और रेस्टोरेंट की तरफ को पुष्टि नहीं हुई है.



