
संवाददाता
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में लोक महत्व के मुद्दों को उठाना ‘ड्रामा’ नहीं है, बल्कि इन पर चर्चा की अनुमति नहीं दिया जाना ‘ड्रामा’ है.
पीएम मोदी ने सोमवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह संसद को चुनावी हार के बाद हताशा निकालने का मंच बना रहा है. प्रधानमंत्री ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह सत्र राजनीतिक रंगमंच न बने, बल्कि रचनात्मक और परिणामोन्मुखी बहस का माध्यम बने.
18वीं लोकसभा और 269वीं राज्यसभा के 6वें सेशन से पहले पीएम मोदी के भाषण के बाद मीडिया से बात करते हुए, वायनाड से कांग्रेस सांसद ने कहा कि मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और गंभीर वायु प्रदूषण जैसी जरूरी लोगों की चिंताओं को उठाना ही संसद का असली मकसद है. ड्रामा यह है कि उन मुद्दों पर लोकतांत्रिक चर्चा की अनुमति नहीं दी जाती, जो जनता के लिए मायने रखते हैं.
उन्होंने सवाल किया, ‘‘संसद किस लिए है? हम महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा क्यों नहीं कर रहे हैं?’’ इस बीच, सूत्रों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन की पार्टियों ने आज संसद के दोनों सदनों में एसआईआर का मुद्दा उठाने का फैसला किया है, और पार्टियां एकमत से इस बात पर सहमत हैं कि एसआईआर को मुख्य एजेंडा माना जाएगा और चल रहे शीतकालीन सत्र में सबसे पहले इस पर बहस होगी.



