
संवाददाता
नई दिल्ली। बिहार जीतने के बाद अब बीजेपी ने अब मिशन बंगाल पर काम करना शुरू कर दिया है। पार्टी ने बंगाल चुनाव को लेकर बड़ा प्लान तैयार किया है। पार्टी ने राज्य को पांच प्रमुख जोनों में बांटकर संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की रणनीति बनाई है। इसके लिए छह राज्यों से 12 वरिष्ठ नेताओं को बंगाल में तैनात किया गया है, जिनमें छह संगठन मंत्री और छह सहायक नेता या मंत्री शामिल हैं। ये नेता अगले पांच महीनों तक बंगाल में डेरा डालेंगे और टीएमसी के गढ़ों में सेंध लगाने के साथ-साथ वेलफेयर योजनाओं का प्रचार करेंगे।
पार्टी का लक्ष्य है कि इस दौरान 75 प्रतिशत बूथ प्रमुखों की बहाली हो जाए और वोट शेयर में कम से कम पांच से सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हो।
केंद्रीय स्तर पर जिम्मेदारी भूपेंद्र यादव को दी गई है, जो बंगाल के लिए मुख्य चुनाव प्रभारी होंगे। उनके साथ पूर्व त्रिपुरा सीएम और लोकसभा सांसद बिप्लब कुमार देब सह-प्रभारी के रूप में काम करेंगे।
बीजेपी ने राज्य को पांच जोनों-राढ़बंगा,हावड़ा-हुगली-मेदिनीपुर, उत्तर बंगाल,कोलकाता-दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना में बांटा है। हर जोन में एक संगठन मंत्री और एक वरिष्ठ नेता तैनात किया गया है। उत्तर बंगाल की जिम्मेदारी अरुणाचल प्रदेश के संगठन मंत्री नारायण मिश्र को दी गई है, जबकि राढ़बंगा क्षेत्र में पवन साईं और धन सिंह रावत को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह हावड़ा में पवन राणा और संजय भाटिया, मेदिनीपुर में यूपी के मंत्री जेपीएस राठौर, और कोलकाता-दक्षिण 24 परगना में हिमाचल के एम. सिद्धार्थन और कर्नाटक के सीटी रवि को तैनात किया गया है। उत्तर बंगाल जोन की निगरानी राजस्थान के पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी करेंगे।



