
संवाददाता
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर । दिल्ली पुलिस ने विदेशी धरती पर बैठे इंडियन गैंगस्टर्स के इकोसिस्टम को तोड़ने के लिए पिछले दिनों ताबड़तोड़ ऑपरेशन शुरू किया है। जिसके बाद कारोबारियों और सेलिब्रिटी को डरा धमकाकर वसूली करने वाले कई शूटर्स को या तो मुठभेड़ के बाद लंगड़ा किया गया है या परलोक पहुंचाया गया हैं।
स्पेशल सेल के अधिकारी इस ऑपरेशन की कारवाई पर भले ही अपनी पीठ थपथपा रहे हो। लेकिन विदेशी धरती पर बैठे भारतीय गैंगस्टरों के कारनामों में ना तो कोई कमी आ रही है ना ही उनके हौसले टूट रहे हैं। इसकी वजह है कि ज्यादातर गैंगस्टर्स विदेशों में ऐसी लोकेशन पर रहते हैं जिन तक दिल्ली पुलिस की न तो पहुंच आसान है ना ही दिल्ली व एनसीआर में पकड़े गए उनके गुर्गे कोई ज्यादा सबूत दे पाते हैं। ऐसे में विदेशी धरती पर बैठे गैंगस्टर्स के खिलाफ अभियान बेमानी हो गया है।
सूत्रों का कहना है कि विदेशी धरती से भारत में क्राइम सिंडीकेट चला रहे गैंगस्टर्स भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के नेटवर्क में भी शामिल हैं। इसीलिए इन दिनों एनआईए में एक विशेष सेल बनाने की तैयारी चल रही है। इसका मकसद विदेशों से संचालित नेटवर्क की निगरानी करना और उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाना होगा। यह कदम इसलिए भी अहम है क्योंकि कई शीर्ष गैंगस्टर कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों से अपनी गतिविधियां चला रहे हैं।
एनआईए का स्पेशल सेल स्थापित करने पर काम करना शुरू हो गया है। विशेष रूप से विदेशी धरती से सक्रिय आतंकवादियों और गैंगस्टरों की निगरानी करेगा और उनके लिए सबूत एकत्र करेगा। एनआईए के एक अधिकारी के मुताबिक जांच एजेंसी का स्पेशल सेल खुफिया एजेंसियों के साथ राज्यों की पुलिस द्वारा पकड़े गए विदेशी गैांगस्टर्स के पकड़े गए गुर्गो से मिली सूचनाएं भी एकत्र करेगा। एनआईए अधिकारियों का मानना है कि राज्य पुलिस के विशेष दस्ते विदेशी धरती से गैंग ऑपरेट कर एक्सर्टोशन करने वाले या डराने के लिए फायरिंग करने वाले गुर्गो को तो पकड़े लेता है लेकिन इससे आगे नहीं बढ़ पाता।
दिल्ली, यूपी, राजस्थान, हरियाणा व पंजाब पुलिस विदेशी धरती पर बैठकर एक्सर्टोशन रैकेट चलाने वाले गैंगस्टर्स के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद इन लगाम लगाने में नाकाम रही है। असल में इन विदेशी गैंगस्टर्स के गुर्गे हर शहर में हजारों की संख्या में हैं। कुछ लोगों के पकड़े या मारे जाने पर वे दूसरे गुर्गे हायर कर लेते हैं। एनआईए अफसरों का मानना है कि दिल्ली व राज्यों की जेल में बंद जो र्गेगस्टर खुद को महफूज समझते हैं व लोकल गुर्गो और विदेशी गैंगस्टर्स के बीच की कड़ी होते हैं। एनआईए अब इसी कड़ी को तोड़ने का काम करेगी।



