
संवाददाता
नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में रामलीला के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. इसमें पिंक रामलीला की काफी चर्चा है. दरअसल, इस रामलीला में हर किरदार महिलाएं ही निभा रही हैं. दिल्ली में इस तरह की यह रामलीला पहली बार हो रही है. आईपी एक्सटेंशन में श्रीजी पिंक रामलीला महोत्सव का आयोजन हो रहा है.
जिन किरदारों को पुरुष निभाया करते हैं, उन्हें महिलाएं मंच पर जीवंत कर रही हैं. 30 महिलाओं की टीम रामलीला के हर किरदार की भूमिका को बेहतरीन तरीके से निभा रही हैं. मर्यादा पुरुषोत्तम राम के विनम्र संवादों हों या रावण अट्टाहास महिलाओं के अभिनय को खूब सराहना मिल रही है.
महिला कलाकारों की इस टीम में कोई दिल्ली से है तो कोई उत्तर प्रदेश से, राजस्थान और उत्तराखंड की महिला कलाकार भी इसमें शामिल हैं. इन महिला कलाकारों ने बताया कि उनमें काफी उत्साह है. डायलॉग्स की उन्होंने खूब रिहर्सल की है. लोगों को उनका अभिनय काफी पसंद आ रहा है.
किरदार निभाने वाली महिला कलाकारों ने साझा किए अनुभव
दशरथ और रावण की भूमिका निभा रहीं ममता चौधरी ने कहा कि एक पुरुष की तरह आवाज निकालना और संवाद बोलना चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन मेहनत और अभ्यास ये सब संभव हो पाया.
राम का किरदार निभा रहीं सौम्या राजपूत ने कहा कि रोजाना अभ्यास करना और बार-बार संवाद दोहराना जरूरी रहा. पहली बार स्टेज पर उतरते समय डर और उत्सुकता दोनों थीं.
लक्ष्मण का किरदार निभा रहीं तनु ने बताया कि उन्हें चुनौती से ज्यादा मजा आया, क्योंकि यह किरदार गुस्से से भरपूर है और उसे निभाने का अपना अलग ही अनुभव है.
परशुराम की भूमिका निभा रहीं काजल ने बताया कि मुझे अपने वैवाहिक जीवन के साथ तालमेल बैठाना पड़ा. बच्चे के साथ अभ्यास करना कठिन था, लेकिन इस मंचन का हिस्सा बनना गर्व की बात है.

इस विशेष रामलीला टीम में हैं 30 महिलाएं
इस विशेष रामलीला को तैयार करने वाले निर्देशक सुमित महर्षि ने बताया कि टीम में 30 महिलाएं हैं, जो महीनों से मेहनत कर रही हैं. दिल्ली में जहां 500 से अधिक रामलीलाएं आयोजित हो रही हैं, वहां यह एकमात्र महिलाओं वाली रामलीला है. यहां न सिर्फ मंचन की परंपरा को नया आयाम दिया जा रहा है, बल्कि महिला सशक्तिकरण का प्रतीक भी है.

रामलीला के साथ ‘मां वैष्णो देवी दरबार’ का लगाया गया सेट
रामलीला मंचन के साथ यहां के आयोजकों ने एक और विशेष आकर्षण तैयार किया है. यहां ‘मां वैष्णो देवी दरबार’ को भव्य तरीके से सेट बनाया गया है जिसमें गुफा और देवी के दरबार का वास्तविक चित्रण को दिखाया गया है. यह सजावट दर्शकों को अध्यात्म और मनोरंजन, दोनों का संगम महसूस करा रही है.



