
संवाददाता
गाजियाबाद। कंफडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए यानि कोरवा की प्रशासनिक समिति की एक बैठक शनिवार को मोहननगर गाजियाबाद में हुई जिसमें सदस्यों ने बढे हुए हाउस टैक्स को लेकर जनप्रतिनिधिओं को आडे हाथों लिया। कोरवा यूपी के मुख्य संरक्षक कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा कि आरडब्लूए ही सबसे बड़े वोटर्स हैं। हम केवल जनप्रतिनिधियों के सम्मान करने के लिए नहीं बने हैं। हम तबादले पर आए अधिकारियों के लिए गाजियाबाद को उनकी गोशाला या प्रयोगशाला नहीं बनने देंगे। गृह कर वृद्धि वापस होनी ही चाहिए।
कोरवा के अध्यक्ष डॉक्टर पवन कौशिक ने कहा कि नगर निगम का यह निर्णय रिकॉर्ड्स पर है कि दो साल में गृह कर में 10 प्रतिशत की ही वृद्धि की जा सकती है। फिर कई गुना वृद्धि क्यों ?
कोरवा के महासचिव जय दीक्षित ने बताया कि नगर निगम शहर में विकास करने के लिए गृह कर में वृद्धि कर रहा है। नगर निगम का काम रखरखाव का है विकास करने का नहीं।

कोरवा के मुख्य सलाहकार डॉक्टर आर के आर्य ने कहा विकास की रफ्तार पर भी अब लगाम लगनी चाहिए क्योंकि विकास के नतीजे यानी ताबड़तोड़ प्रदूषण और जलभराव हमारे सामने है।
कोरवा के संपर्क सचिव नेमपाल चौधरी और कोरवा के वित्त सचिव मुलेंद्र कुमार ने कहा कि हम शालीनता के पक्षधर हैं परन्तु यदि गाजियाबाद में गृह कर वृद्धि को वापस नहीं लिया गया तो हम वो करेंगे जो हमने आज तक नहीं किया ।
गौरव सेनानी ज्ञान सिंह, डॉक्टर मधु सिंह और ऐडवोकेट अंशु त्यागी ने बताया कि जनप्रतिनिधि हों या अधिकारी हों,सब को वेतन मिलता है। आर डब्लूए के पदाधिकारी अधिकतर चुने हुए होते हैं, वरिष्ठ होते हैं,अनुभवी होते हैं और बिना वेतन के काम करते हैं। इसलिए हमारी गृह कर वापसी की मांग 100 प्रतिशत जायज है। यह नहीं मानी गई तो आज के जनप्रतिनिधियों का यह अंतिम कार्यकाल हो सकता है।राष्ट्रीय कवि डॉ आर पी शर्मा, प्रशासनिक सदस्य संदीप गुप्ता, आजीवन सदस्य डा शिव कुमार एवं प्रशासनिक सदस्य एच एल आनंद ने कोरवा- यूपी की तरफ से गाजियाबाद के नागरिकों का आवाहन किया की वो गृहकर जमा करने के लिए कम से कम 25 सितंबर 2025 तक इंतेजार करें। आज यह भी निर्णय लिया गया कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद में कोरवा-यूपी की तरफ से हाउस टैक्स जमा करने पर स्टे देने का निवेदन किया जाएगा।



