
संवाददाता
नई दिल्ली । दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के अध्यक्ष पद पर लगातार तीसरी बार नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) ने जीत दर्ज की है. एनडीटीएफ से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी प्रोफेसर वीएस नेगी ने 638 वोटों के अंतर से वामपंथी शिक्षक संगठन डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) के प्रत्याशी प्रोफेसर राजीव रे को हरा दिया.
प्रोफेसर नेगी को 3366 और प्रोफेसर रे को 2728 वोट मिले. वहीं, आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन AADTA के प्रत्याशी प्रोफेसर राजेश झा 1420 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे. कमलेश कुमार रघुवंशी 451 वोट के साथ चौथे और संदीप कुमार 14 वोट के साथ पांचवें व संजय मोहन मराले 10 वोट के साथ छठे स्थान पर रहे.

बता दें प्रोफेसर वीएस नेगी से पहले लगातार दो बार से एनडीटीएफ के ही प्रोफेसर एके भागी डूटा अध्यक्ष पद पर विजयी हुए थे. उन्होंने वर्ष 2021 और 2023 के चुनाव में जीत दर्ज की थी. एनडीटीएफ भाजपा और संघ समर्थक शिक्षक संगठन है.

गुरूवार को हुआ था चुनाव के लिए मतदान
बता दें डूटा चुनाव में अध्यक्ष और 15 कार्यकारिणी सदस्य चुनने के लिए गुरुवार को भारी उत्साह के बीच मतदान सम्पन्न हुआ था. मतदान के बाद देर शाम ही मतगणना भी शुरू हो गई. रात 10 बजे तक 15 कार्यकारिणी सदस्यों को विजेता घोषित कर दिया गया. जबकि अध्यक्ष पद के लिए मतगणना जारी रही.
अध्यक्ष पद का परिणाम रात को दो बजे घोषित किया गया. अध्यक्ष पद के लिए इस बार छह प्रत्याशी मैदान में थे, जबकि 15 कार्यकारिणी सदस्य पदों के लिए कुल 25 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे. अध्यक्ष पद के लिए मुख्य मुकाबला नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) के प्रो. वीएस नेगी, डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) के प्रो. राजीब रे और एकेडमिक फार एक्शन एंड डेवलपमेंट दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (एएडीटीए) के प्रो. राजेश झा के बीच था. इनके अलावा प्रो. कमलेश कुमार रघुवंशी, संदीप व प्रो. संजय मोहन भी अध्यक्ष पद पर चुनावी मैदान में थे.

किन मुद्दों पर हुआ चुनाव?
इस बार के चुनाव में भी कई अहम मुद्दे जैसे स्थायी नियुक्तियां, एडहॉक शिक्षकों का नियमितीकरण, राष्ट्रीय शिक्षा नीति और अकादमिक सुधार चर्चा में रहे. उल्लेखनीय है कि डूटा चुनाव दो साल के लिए होता है. दो साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद फिर से चुनाव होता है. वर्ष 2023 में हुए चुनावों में 85.85 प्रतिशत वोट डाले गए थे. इसमें एनडीटीएफ के प्रो. अजय कुमार भागी अध्यक्ष चुने गए थे.
कार्यकारणी सदस्य पद पर इन्हें मिली जीत
- डूटा कार्यकारिणी के परिणाम घोषित कर दिए गए. 15 पदों के लिए 25 प्रत्याशी मैदान में थे.
- इनमें दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स की असिस्टेंट प्रोफेसर आकांक्षा खुराना ने सबसे अधिक 9576 मत प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया.
- उनके बाद रामानंद सिंह 9192 मत के साथ दूसरे और मनीष कुमार को 7372 मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
- शीर्ष दस उम्मीदवारों में साक्षी यादव (6612), दिनेश कटारिया (6439), अमित सिंह (6388), बिमलेन्दु (6081), संजय कुमार (5862), बिस्वजीत मोहंती (5658) और छोटूराम मीना (5632) भूपेन्द्र सिंह (5338), यशा यादव (5283), वी.एस. दीक्षित (5238), देवेन्द्र के. राणा (4521), धनराज मीना (3949) शामिल रहे.
कार्यकारिणी सदस्य पद पर इन्हें मिली हार
राजवंत सिंह (3847), ताहा यासीन (3828), प्रियम बरूआ (3019), शैलेन्द्र पाठक (2776), हिमांशी अग्रवाल (1891), श्याम कुमार (1833), अशोक कुमार मीना (1655), लवकुश कुमार (1631), अशुतोष गुप्ता (1569) और शांतनु कुमार दास (854) को हार का सामना करना पड़ा.
84 प्रतिशत हुआ मतदान
डूटा चुनाव में कुल 9800 शिक्षकों में से 8221 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस बार 84 प्रतिशत मतदान हुआ. देर रात एग्जिक्यूटिव के नतीजे घाेषित कर दिए गए. चुनाव सुबह 10 बजे शुरू होकर शाम पांच बजे तक चला. मतदान के लिए आर्ट फैकल्टी और सत्यकाम भवन में 32 बूथ बनाए गए थे. हालांकि, पिछली बार के मुकाबले मतदान कम हुआ.



