
संवाददाता
गाजियाबाद। अब गाजियाबाद वासियों को शादियों, सामाजिक आयोजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए दूर-दराज़ भटकना नहीं पड़ेगा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने शहर के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है। जीडीए कविनगर और वैशाली योजना में दो अत्याधुनिक उत्सव भवनों का निर्माण कराने जा रहा है। इन भवनों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर तैयार किया जाएगा। यानी जिस संस्था को निर्माण की जिम्मेदारी मिलेगी, वही संस्था इनका संचालन और प्रबंधन भी करेगी। मंगलवार को मेरठ में मंडलायुक्त ऋषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में आयोजित जीडीए की 170वीं बोर्ड बैठक में इस महत्वाकांक्षी योजना को हरी झंडी मिली। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद दौरे के दौरान उत्सव भवनों के निर्माण का निर्देश दिया था।
उन्होंने कहा था कि महानगर जैसे तेजी से बढ़ते शहर में आधुनिक उत्सव भवनों की ज़रूरत है, जहां आम नागरिक भी उचित शुल्क पर अपने आयोजन कर सकें। मुख्यमंत्री के इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए जीडीए ने योजना को तत्काल गति दी और अब यह सपना हकीकत बनने जा रहा है। बैठक में यह भी तय किया गया कि सूर्यनगर ए-ब्लॉक स्थित 3131.17 वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले महिला छात्रावास के एफएआर शुल्क में छूट दी जाएगी। महिला कल्याण विभाग द्वारा लीज पर लिए जा रहे इस छात्रावास का बेसिक एफएआर 1.5 से बढ़ाकर 3 किया जाएगा। इस निर्णय से कामकाजी महिलाओं को रहने के लिए और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
1- कविनगर योजना: यहां स्थित जीडीए का पुराना गेस्ट हाउस और शूटिंग रेंज, जो अब जर्जर हालत में है, उसे तोड़कर एक नया और विशाल उत्सव भवन बनाया जाएगा। इसके साथ ही जीडीए द्वारा लीज पर दिए गए कविनगर सामुदायिक भवन की ज़मीन को भी इस परियोजना में शामिल किया जाएगा।
2- वैशाली योजना (सेक्टर-3): यहां सामुदायिक केंद्र के भूखंड पर अत्याधुनिक उत्सव भवन खड़ा किया जाएगा। यह क्षेत्र दिल्ली से सटा होने के कारण यहां बनने वाला उत्सव भवन अंतरराज्यीय स्तर के आयोजनों के लिए भी उपयोगी साबित होगा।
विकास की रफ्तार को मिली मंजूरी
जीडीए बोर्ड बैठक में शहर के विकास को नई गति देने वाले कई प्रस्ताव पास हुए। जोनल डवलपमेंट और रोड सर्कुलेशन प्लान तैयार करने के लिए दो सलाहकार नियुक्त किए जाएंगे। महायोजना-2031 के तहत गाजियाबाद, लोनी और मोदीनगर के विकास क्षेत्रों में कृषि भू-उपयोग को छोड़कर विस्तृत योजना बनेगी। मोदीनगर क्लस्टर में रोड सर्कुलेशन प्लान तैयार करने की स्वीकृति मिली। सुंदरदीप ग्रुप के लिए कृषि भूमि को संस्थागत भूमि में बदलने का प्रस्ताव पास हुआ। भवन निर्माण एवं विकास उपविधि-2015 को लागू करने का निर्णय लिया गया। आदर्श जोनिंग रेगुलेशंस-2025 को भी लागू करने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ। कौशांबी योजना में भूखंड के उपयोग परिवर्तन और शमन मानचित्र प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण लगातार शहर को नई पहचान देने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि उत्सव भवन केवल ईंट-पत्थर की इमारतें नहीं होंगी, बल्कि यह शहरवासियों की खुशियों और सामाजिक जीवन का अहम हिस्सा बनेंगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कविनगर और वैशाली में बनने वाले उत्सव भवन अत्याधुनिक तकनीक, आधुनिक डिज़ाइन और सभी सुविधाओं से लैस होंगे। गाजियाबाद की जनता लंबे समय से ऐसे उत्सव भवनों की मांग कर रही थी। अब जीडीए के इस फैसले से आम नागरिकों को विवाह, सामाजिक समारोहों और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए आधुनिक स्थल मिलेंगे। इससे न केवल लोगों को सुविधा होगी, बल्कि शहर की सामाजिक-सांस्कृतिक छवि भी निखरेगी।



