
संवाददाता
गाजियाबाद। पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड की अनोखी पहले ने आज उन पीडि़तों बोलें तो वादियों के चेहरे पर अमिट मुस्कान लाने का काम किया कि जो पहले अपने मुकदमे में की जा रही विवेचना की अपडेट जानने के लिये थाना चौकी से लेकर अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगाते रहते थे। इतने पर भी उन्हें कहीं से संतोषजनक जवाब नहीं मिलता था।
लेकिन आज का दिन ऐसे पीडि़तों के लिये जहां जरा हटके था वहीं कुछ खास भी था। जी हां यहां यह बात इसलिये कही जा रही है क्योंकि पुलिस आयुक्त ने पीडि़तो/वादियों को त्वरित न्याय दिलवाने के लिये हर बुधवार को दस बजे से लेकर दो बजे तक प्रत्येक थाने में वादी संवाद दिवस नामक मुहिम को पूरी निष्ठा के सफल बनाने के निर्देश अधिनस्थों को दिये थे।
पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड ने अधिनस्थों को यह निर्देश भी दिये थे कि वादी संवाद दिवस के दौरान लंबित विवेचनाओं की अपडेट न केवल विवेचकों के द्वारा वादियों को देनी पड़ेगी वहीं वादियों के द्वारा पूछे जाने वाले हर सवाल का जवाब भी संतोषजनक तरीके से देना होगा। इतना ही नहीं उन्होंने सभी एसीपीज को निर्देशित करते हुए यह भी स्पष्टï कर दिया था कि वो अपने-अपने सर्किलों के थानों में से एक में वादी संवाद के दौरान उपस्थित रहना अनिवार्य होगा।



