
संवाददाता
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इससे यमुना के किनारे बसे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ नियंत्रण एवं सिंचाई विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के पुराने लोहे के पुल के पास यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसके चलते अलर्ट जारी किया गया है. भारी बारिश और हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से जलस्तर बढ़ गया है. दिल्ली सरकार ने बैराज के सभी गेट खोल दिए हैं, जिससे जलस्तर कम हुआ है और लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है.
यदि जल स्तर और बढ़ा तो यह खतरे के निशान को पार कर सकता है. प्रशासन की तरफ से लोगों से यमुना नदी के किनारे ना जाने और मवेशियों को भी ना जाने देने की अपील की जा रही है.
बाढ़ नियंत्रण एवं सिंचाई विभाग ने स्थिति पर नजर बनाए रखा है
दिल्ली सरकार और बाढ़ नियंत्रण एवं सिंचाई विभाग ने स्थिति पर करीब से नजर बनाए रखी है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी लगातार बैराजों से छोड़े जा रहे पानी और यमुना के जलस्तर की निगरानी कर रहे हैं. इसके साथ ही संभावित प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. अनाउंसमेंट के जरिए लोगों से अपील की जा रही है कि यमुना नदी के किनारे ना जाएं और मवेशियों को भी न जाने दें. स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है.
प्रशासन ने की लोगों से दिशा-निर्देशों को पालन करने की अपील
दूसरी ओर मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में अगले 48 घंटों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. यदि ये बारिश भारी होती है तो हथिनीकुंड बैराज से पानी का डिस्चार्ज बढ़ सकता है और इसका सीधा असर दिल्ली में यमुना के जलस्तर पर पड़ेगा.प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि वो अफवाहों पर ध्यान ना दें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें. हालांकि स्थिति अभी तक नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता. दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार निगरानी कर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है.



