
संवाददाता
नई दिल्ली। स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 के नतीजे घोषित कर दिए गए है। इस बार रैंकिंग में लखनउ तीसरे स्थान पर रहा तो गाजियाबाद की रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की रैंकिंग में गाजियाबाद तीसरे स्थान पर आया है। इस श्रेणी में पिछले तीन सालों से गाजियाबाद पहले स्थान पर आता रहा है। हालांकि गाजियाबाद की ओवर ऑल रैकिंग में सुधार आया है। इस बार ओवरऑल रैंकिंग में 11वें स्थान पर रहा है। पिछले वर्ष गाजियाबाद को 19वां स्थान दिया गया था लेकिन इस बार गाजियाबाद 11वें स्थान पर रहा। बताया जाता है कि कचडे का निस्तारण की व्यवस्था में कमी रहने और वायु प्रदूषण के कारण गाजियाबाद की रैंकिंग अच्छी नहीं हो पाई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के अर्वाड दिए। ओवरऑल इंदौर ने एक बार फिर से सबसे स्वच्छ शहर होने का खिताब अपने नाम किया। इंदौर पिछले आठ बार से यह पुरस्कार जीतता आ रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विभिन्न राज्यों के मंत्रियों को पुरस्कार दिए। उत्तर प्रदेश की ओर से उर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने पुरस्कार ग्रहण किया।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन में विजेताओं को सम्मानित किया। इस बार के सर्वेक्षण में जहां इंदौर, सूरत और नवी मुंबई ने ’सुपर स्वच्छ लीग’ में अपनी जगह बनाई है, वहीं यूपी की राजधानी लखनऊ ने भी देश के ’नए स्वच्छ शहरों’ में अपनी जगह बनाकर बड़ी बाजी मारी है। इसके अलावा प्रयागराज में आयोजित हुए महाकुंभ को भी शहरी कचरा प्रबंधन में असाधारण प्रदर्शन के लिए विशेष सम्मान मिला है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के पुरस्कार समारोह में उत्तर प्रदेश के कई शहरों ने अपनी स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। देश के उन शहरों में लखनऊ का नाम शामिल हो गया है, जिन्हें ’नए स्वच्छ शहर’ के रूप में पहचान मिली है। लखनऊ को (10 लाख से अधिक की जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में) तीसरा पोजिशन मिला है।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने प्रयागराज को ’बेस्ट गंगा टाउन’ के पुरस्कार से सम्मानित किया। वहीं, गोरखपुर को सफाईकर्मियों की सुरक्षा और सम्मान के प्रति उसकी उत्कृष्ट प्रतिबद्धता के लिए ’बेस्ट सफाईमित्र सुरक्षित शहर’ घोषित किया गया है।
’सुपर स्वच्छ लीग’ श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए नोएडा को भी स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 3 से 10 लाख तक आबादी वाले शहरों में नोएडा को टॉप पोजिशन मिली है।
इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में सबसे खास बात यह रही कि उत्तर प्रदेश सरकार, प्रयागराज मेला अधिकारी और प्रयागराज नगर निगम को महाकुंभ के दौरान किए गए असाधारण शहरी कचरा प्रबंधन के लिए विशेष सम्मान दिया गया। महाकुंभ में अनुमानित 66 करोड़ लोगों की भारी भीड़ जुटी थी।



