
विशेष संवाददाता

गाजियाबाद। साहिबाबाद पुलिस ने 2 जुलाई को अर्थला में पार्श्वनाथ सोसायटी के समीप हुए एक ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए हत्याकांड में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मृतक गौरव त्यागी (34) की हत्या को ट्रांसजेंडर गैंग से जुड़े लोगों ने सड़क पर हुई एक झड़प के बाद इसलिए अंजाम दिया था क्योंकि उन्हें डर था कि सड़क किनारे चलने वाले ट्रांसजेंडर गिरोह के कृत्यों की जानकारी पुलिस को दे सकता है।
एसीपी साहिबाबाद श्वेता कुमारी यादव ने थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र सिंह के साथ मीडिया से बातचीत में बताया कि 2 जुलाई की रात करीब 11 बजे कवि नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले गौरव त्यागी को अर्थला इलाके में पाश्र्वनाथ सोसायटी के पास मूर्छित अवस्था में पाकर चीता मोबाइल टीम ने एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। गौरव त्यागी की पहचान उसकी जेब में पड़े दस्तावेजों से हुई। चूंकि घटनास्थल पर मृतक गौरव का मोबाइल, बाइक और पर्स मौजूद थे इसलिए मामला लूटपाट का नहीं लग रहा था। रात में ही गौरव त्यागी के परिवार को सूचित कर दिया गया। गौरव के परिवार में उनकी पत्नी व 8 साल 7 महीने के दो बच्चे बेटा- बेटी है। गौरव लक्ष्मी नगर स्थित वी 3 एस मॉल में सिक्युरिटी कंट्रोल रूम में कॉर्डिनेटर की जॉब करते है और घटना के वक्त अपनी ड्यूटी से वापस अपने घर लौट रहे थे।
थाना साहिबाबाद में घटना की शिकायत दर्ज करते समय मृतक की पत्नी ने पुलिस को बताया कि गौरव ने करीब 10 से साढ़े दस बजे के करीब मॉल में अपने सहयोगी देवेन्द्र राणा को फोन कर सूचना दी थी कि अर्थला में उसका कुछ लोगों के साथ झगड़ा हो गया है, साथ ही गौरव ने अपने साथी को उन दो वाहनों के नंबर नोट कर आए थे जिंक पर उसके साथ मारपीट करने वाले सवार थे। मैं एक नंबर दो पहिया वाहन यूपी-14 एफडब्लू 2530 और एक ब्रेजा कार यूपी 16 बीवाई 0083 था।
एसीपी ने बताया कि पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर टीम बनाकर छानबीन शुरु कर दी। पोस्टमार्टम में भी इस बात का खुलासा हुआ कि मृतक गौरव त्यागी की मौत से पहले उसके साथ मारपीट की गई थी। पुलिस ने मुखबिर की सूचना और चेकिंग के दौरान आज जीडीए फ्लैट संजय कॉलोनी अर्थला में रहने वाले आदिल चौधरी (27) को गिरफ्तार किया। आदिल ने पूछताछ में बताया कि वह अपने कुछ साथियों और कुछ ट्रांसजेंडर के साथ पार्श्वनाथ सोसायटी के बाहर खड़ा था और उनके बीच किसी बात पर झगड़ा हो रहा था। इस बीच गौरव त्यागी अपनी बाइक पर वहां से गुजरते हुए रुक गया। उसने उनके झगड़े के बीच हस्तक्षेप किया तो उन्होंने उसे वहां से जाने के लिए कहा। लेकिन उनके झगड़े से गौरव त्यागी समझ गया कि हम सब सड़क किनारे गलत काम करने वाले ट्रांसजेंडर गिरोह के सदस्य हैं। चूंकि गौरव त्यागी ने उन सब की ओर वाहनों की फोटो लेकर धमकी दी थी कि वह पुलिस को उन लोगों के बारे में बताएगा। बस पुलिस के सामने अपना भेद खुलने के डर से आदिल ने अपने साथियों फैजल और सुभान के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट के दौरान ही आदिल ने गौरव की बाइक पर रखा उसका हेलमेट उठाकर उसके सिर पर पीछे से मारा जिस कारण गौरव के सिर पर अंदरूनी चोट लगी। गौरव को अचेतावस्था में छोड़कर सभी आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने आरोपी के साथ ब्रिजा कार बरामद की है जो एक ट्रांसजेंडर के नाम पंजीकृत है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
दिलचस्प बात यह है की जिस जगह यह वारदात हुई है वह स्थान डार्क स्पॉट के तौर पर चिन्हित है। इस इलाके में ट्रांसजेंडर और आवारा लोगों का गैंग सक्रिय रहता है और यहां अक्सर झपटमारी की वारदाते होती रहती है। नगर निगम और पुलिस की तरफ से भी कभी इस डार्क स्पॉट पर रोशनी अथवा पुलिस पिकेट बनाने या पीसीआर वैन लगाने के कोई इंतजाम नहीं किए।
दुखद बात है कि रोडरेज की इस वारदात में दो मासूम बच्चों के सिर से एक पिता का साया और एक पत्नी की मांग का सिंदूर छिन गया।



