
संवाददाता
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली को केवल सत्ता का केंद्र ही नहीं बल्कि रचनात्मकता का नया माइलस्टोन बनाने के लिए आज पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने राउंड टेबल मीटिंग की. कला, संस्कृति, फिल्म, संगीत, फैशन डिजाइनिंग, साहित्य और पत्रकारिता आदि क्षेत्र में नवाचार के हर आयाम को सशक्त मंच देने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ‘क्रिएटिव कैपिटल’ की अवधारणा को साकार रूप देने की बात कही है.
दिल्ली सचिवालय में पर्यटन, कला, संस्कृति और भाषा मंत्री कपिल मिश्रा के साथ राउंड टेबल मीटिंग में क्रिएटिव इकोनॉमी फोरम की संस्थापक सुप्रिया सूरी भी मौजूद रहीं. बैठक का मुख्य उद्देश्य था- दिल्ली के लिए एक दूरदर्शी रचनात्मक नीतिगत ढांचा तैयार करना, जिसमें क्रिएटिव इकॉनमी को राजधानी के विकास का मुख्य आधार बनाया जाए.
बैठक में यह विचार विमर्श किया गया कि कैसे दिल्ली को क्रिएटिव बिज़नेस हब में बदला जाए जिससे न केवल स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा मिले बल्कि रोजगार और वैश्विक साझेदारियों के नए अवसर भी उत्पन्न हों. इस पहल के तहत ऐसे नीति परिवर्तनों पर चर्चा हुई जो रचनात्मक अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकें और युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें.
बैठक में किन विषयों पर हुई चर्चा
मीटिंग में क्रिएटिव क्षेत्रों से आए विशेषज्ञों ने तमाम विचार मंत्री कपिल मिश्रा के समक्ष रखे जिसमें कहा गया कि
- दिल्ली के पारंपरिक खान-पान को एक मंच देने के लिए दिल्ली फूड फेस्टिवल आयोजित किया जाए
- साहित्य प्रेमियों के लिए लिट्रेचर फेस्टिबल का भी आयोजन हो.
- दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले स्मारकों में कार्यक्रम आयोजित किए जायें ताकि दिल्ली के समृद्ध इतिहास से लोगों का साक्षात्कार कराया जा सके.
- वहीं दिल्ली के महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थानों पर पब्लिक लाइब्रेरी स्थापित की जाए
- बदलते वक्त में AI को पर्यटन और सांस्कृतिक क्षेत्रों में समायोजित किया जाए
- टैलेंट हंट के माध्यम से दिल्ली और देश के टैलेंट को दिल्ली सरकार प्रोत्साहन देकर उसे नई दिशा दे, इस पर भी विस्तार से चर्चा हुई.
- दिल्ली में फिल्म शूटिंग के लिहाज से संसाधन विकसित किए जायें
दिल्ली के अनछुए पहलुओं को फिल्मिंग करके सोशल मीडिया में डाला जाए ताकि ‘ब्रांडिंग दिल्ली’ का विज़न धरातल पर उतर सके.

इस बैठक को लेकर कपिल मिश्रा ने कहा, “दिल्ली को केवल ऐतिहासिक और राजनीतिक केंद्र के रूप में नहीं बल्कि रचनात्मकता और नवाचार के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने का समय आ गया है. हमारी कोशिश है कि नीति निर्माण में क्रिएटिव सेक्टर को प्राथमिकता मिले जिससे शहर के भविष्य को नई दिशा मिल सके. दिल्ली सरकार की कोशिश है कि राजधानी दिल्ली को ग्लोबल क्रिएटिव कैपिटल के रूप में सॉफ्ट पॉवर के रूप में विकसित किया जाए. हमारी कोशिश है कि आज आये सभी विशेषज्ञों के सुझावों को ब्रांडिंग दिल्ली के तहत नीति निर्माण में संयोजित करके धरातल पर उतारा जाए और इसको लेकर निकट भविष्य में एक फिर से बैठक करने की बात कही.”

यह राउंड टेबल बैठक नीति-निर्माताओं, रचनात्मक पेशेवरों और उद्योग प्रतिनिधियों को एक साथ लाकर दिल्ली के सांस्कृतिक और आर्थिक परिदृश्य को नया रूप देने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी.इस राउंड टेबल बैठक में मंत्री कपिल मिश्रा के साथ अलग अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ-रितु बेरी, मिली ऐश्वर्या, गीतांजलि सहगल, चारूवी अग्रवाल, प्रोफ. रमेश गौर, चारू शंकर, अश्विनी पाई बहादुर, गीतांजलि सहगल, निशांत लाल, हिना रखेजा, निशांत ढोभाल, अर्जुन सागर गुप्ता, अनुभव, सफीर आनंद और अन्य गणमान्य मौजूद रहे.



