
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । शादी की सालगिरह पर मथुरा के गोवर्धन की परिक्रमा और वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन कर दिल्ली लौटीं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने वहां की तर्ज़ पर दिल्ली में भी गोबर गैस प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने गोवर्धन में गोबर से सीएनजी गैस और खाद बनाने वाले बायोगैस प्लांट का उद्घाटन किया और कहा कि उनकी सरकार ऐसे प्लांट्स को दिल्ली में स्थापित कर रही है. अपने दौरे से दिल्ली वापस लौटीं मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अफसरों को फोन कर निर्देश जारी किए और कहा कि वे दिल्ली की डेयरियों के पास ऐसे और स्थलों को चिन्हित करें, जहां ऐसे और प्लांट स्थापित किए जा सके.
गोबर गैस प्लांट्स लगाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री का कहना है कि ऐसे गोबर गैस प्लांट्स लगाना हमारी प्रतिबद्धता है. इनसे हरित ऊर्जा का उत्पादन तो होगा ही, साथ ही मां यमुना को स्वच्छ रखने में मदद भी मिलेगी. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शनिवार को गोवर्धन में परिक्रमा के लिए गई थी, रविवार अपराह्न वह दिल्ली लौटकर प्रशासिनक कार्याों में जुट गईं. मुख्यमंत्री ने वृंदावन में ठाकुर श्रीबांके बिहारी जी के दर्शन किए और गोवर्धन पर्वत की नंगे पैर परिक्रमा कर दिल्लीवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की.
मथुरा में सीएम रेखा ने बायो-सीएनजी परियोजना वेस्ट-टू-वेल्थ का किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मथुरा जनपद के कमार गांव में बायो-सीएनजी परियोजना वेस्ट-टू-वेल्थ का उद्घाटन किया और कहा कि पर्यावरण संरक्षण और समाज सेवा की दिशा में यह प्लांट एक सराहनीय पहल है. इस प्लांट से गैस के अलावा खाद का भी उत्पादन होता है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार भी ऐसी परियोजनाओं पर काम कर रही है. उन्होंने बताया कि इस मसले पर डेयरी कॉलोनियों के लोगों को बुलाकर उनसे विचार-विमर्श किया था.

प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली में 12,000 से अधिक डेयरियों से प्रतिदिन हजारों टन गोबर निकलता है और नालों के माध्यम से यमुना नदी में पहुंचकर उसे दूषित करता है. सीएम ने बताया कि यमुना को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए गोवर का निष्पादन जरूरी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सीएनजी बायो प्लांट लगाने को लेकर गंभीर है. जल्द ही दो प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे.
गोबर गैस प्लांट यमुना को स्वच्छ रखने में होगी सहायक
सरकार दिल्ली की अधिकतर डेयरी कॉलोनियों के पास ऐसे प्लांट लगाने की गंभीर कवायद कर रही है. यह पहल न केवल यमुना को स्वच्छ रखने में सहायक होगी, बल्कि हरित ऊर्जा के उत्पादन में भी योगदान देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने अपने कार्यकाल में गोबर मसले का समाधान करने का प्रयास नहीं किया. हम इस मसले को लेकर गंभीर हैं और स्थायी हल निकाल रहे हैं. ऐसे प्लांट हमारी सरकारी की प्राथमिकता में शामिल हैं.

दिल्ली को साफ रखने में प्लांट होंगे सहायक
मुख्यमंत्री रविवार शाम को अपने आवास पर पहुंची तो उन्होंने बायो गैस प्लांट से जुड़ अधिकारियों से बात की और उन्हें निर्देश दिए कि वे दिल्ली की डेयरियों के आसपास ऐसी और जमीनों की तलाश करें, जहां बायो गैस प्लांट जल्द और आसानी से लगाए जा सकें. मुख्यमंत्री का कहना है कि दिल्ली को स्वच्छ बनाने और मां यमुना को निर्मल बनाने के लिए इस तरह के प्लांट बेहद आवश्यक हैं और हम लगातार ऐसे प्लांट लगा रहे हैं.
जल्द से जल्द ऐसी जमीन की सूचना जमा करने के दिए निर्देश
सीएम रेखा गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल्द से जल्द ऐसी जमीन की सूचना उन तक पहुंचाएं तो ऐसे और प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा सके. बता दें कि दिल्ली में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गत मई महीने में डेयरी संचालकों से मुलाकात की थी. उन्होंने राजधानी की सड़कों पर विचरते पशुओं की स्थिति पर नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार डेयरी कॉलोनियों में सुविधाएं देने और गौ-वंश के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की सरकार की योजना के बारे में अवगत कराया था.
‘मॉडल गौशाला’ के लिए 40 करोड़ का बजट आवंटित
इसके तहत अधिकृत डेयरी में पानी की व्यवस्था, नालियों की सफाई, सीवेज की समुचित व्यवस्था की जाएगी. बायो गैस प्लांट भी बनाने, साथ ही गौशालाओं का विस्तार और सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि कोई भी गाय या पशु सड़कों पर ना घूमे और सभी को सुरक्षित, स्वच्छ और अनुकूल वातावरण में रखा जा सके. यह सुनिश्चित करने का वादा किया था. घुम्मनहेड़ा में आधुनिक सुविधाओं से युक्त ‘मॉडल गौशाला’ स्थापित करने के लिए 40 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है.



