
संवाददाता
गाजियाबाद। पूरे देश के साथ गाजियाबाद में भी 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। जिले भर में करीब 2000 से अधिक स्थानों पर योग शिविर आयोजित किए गए, जिनमें हजारों लोगों ने सुबह 5:30 बजे से लेकर 9 बजे तक योगाभ्यास किया।
मुख्य कार्यक्रम आईएमएस यूसी कैंपस, डासना में जिला प्रशासन और सिविल डिफेंस के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जहां उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने खुद भी योग अभ्यास किया और जनता को स्वस्थ जीवन के लिए नियमित योग करने का संदेश दिया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, गाजियाबाद सांसद अतुल गर्ग, जिलाधिकारी दीपक मीणा और अन्य जनप्रतिनिधियों ने योगाभ्यास किया।
मौर्य ने अपने संबोधन में कहा, “योग भारत की वह अमूल्य धरोहर है, जिसे पूरी दुनिया ने अपनाया है। यह न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक संतुलन भी प्रदान करता है। भारत ने मानवता को योग के रूप में अनमोल उपहार दिया है।” उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।
इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने आईटीएस मोहन नगर में आयोजित योग शिविर में भी भाग लिया और वहां योग प्रशिक्षकों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि योग प्रशिक्षकों की भूमिका समाज को स्वस्थ और जागरूक बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर देशभर के प्रमुख नेताओं ने भी योग दिवस पर हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर, जबकि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लखनऊ में योगाभ्यास कर लोगों को प्रेरित किया।
गाजियाबाद में शैक्षणिक संस्थानों, पार्कों, और सरकारी कार्यालय परिसरों में भी बड़े स्तर पर योग आयोजन हुए। योग शिविरों में महिलाओं, युवाओं, बच्चों और बुजुर्गों की भारी भागीदारी देखने को मिली।
जजों और वकीलों ने न्यायालय परिसर में किया योगाभ्यास
योग दिवस पर गाजियाबाद के न्यायालय परिसर में योग शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में प्रख्यात योग गुरु देवेंद्र हितकारी ने आम जनता से लेकर अधिवक्ताओं व न्यायाधीशों को प्राणायाम, ध्यान व आसनों का अभ्यास कराया और उनसे होने वाले लाभ की जानकारी दी।

योग गुरु देवेंद्र हितकारी ने कहा कि आज की भागदौड, गलत रहन-सहन, खान-पान व तनाव भरी जिंदगी में योग का महत्व और भी बढ गया है। आज हम ना जाने कितने असाध्य रोगों का शिकार हो रहे हैं। यदि योग को हम अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल कर लें तो असाध्य बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। खुद को शारीरिक व मानसिक रूप से रखा जा सकता है। जीवन का कायाकल्प कर नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मकता के माध्यम से नए उत्साह, उर्जा व जोश के साथ आगे बढने का नाम ही योग है। योग से हम पूर्ण रूप से तो फिट होते ही हैं, साथ ही हमारे अंदर धैर्य, संयम, अनुशासन, स्नेह, भाईचारे, सदभाव, समानता जैसे गुण भी पैदा होते हैं।

उन्होंने कहा कि आज जब विश्व के कई देशों के बीच युद्ध हो रहा है और कई देशों के बीच तनाव है तो ऐसे में योग पूरे विश्व को नई दिशा-दशा दे सकता है क्योंकि योग का अर्थ ही जुडना व मिलना है। हम सभी नियमित रूप से योग करेंगे तो एक-दूसरे से जुडेंगे, मिलेंगे तो आपसी बैर-भाव अपने आप दूर होगा और विश्व वसुधैव कुटुम्बकम को धरातल पर उतारते हुए एक कुटुम्ब-एक परिवार बन जाएगा।

परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश परवेंद्र कुमार शर्मा, न्यायालय परिवार के अपर प्रधान न्यायाधीश निंरजन चंद्र पांडेय, न्यायालय परिवार के अपर प्रधान न्यायाधीश अनिल कुमार, अपर जिला जज विनोद कुमार, अपर जिला जज भरत सिंह यादव आदि ने भी योभ्यायास किया। मनोज कुमार मिश्रा व विमलेश कुमार शुक्ला की व्यवस्थाओं की सभी ने सराहना की।