
विशेष संवाददाता
अहमदाबाद । गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एअर इंडिया का विमान अचानक क्रैश हो गया। इस विमान में 230 यात्रियों समेत कुल 242 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि हादसा दोपहर 1 बजे से 2 बजे के बीच हुआ।
एअर इंडिया के विमान एआई 171 में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे। हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं, वो किसी की भी रूह कंपा देने के लिए काफी हैं।
बताया जा रहा है कि विमान में दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर उड़ान भरी थी और इसके ठीक 8 मिनट बाद यानी 1 बजकर 38 मिनट पर यह क्रैश हो गया था।
एअर इंडिया ने एक बयान में बताया कि विमान में सवार 242 यात्रियों में से 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, एक कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे।
जो फ्लाइट AI-171 के रूप में अहमदाबाद से गैटविक, लंदन जा रहा था, वो मेघानी नगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बता दें कि मेघानी नगर इलाके में ही BJ मेडिकल कॉलेज है। इसी मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की बिल्डिंग पर ये विमान टेकऑफ के 5 मिनट बाद गिर गया। हॉस्टल के ऊपर कैंटीन हैं, जहां पर मेडिकल के छात्र दोपहर के समय लंच करने आते हैं। इस हादसे में 20 छात्रों के मौत की आशंका भी व्यक्त जा रही है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालाँकि अभी तक सरकारी तौर पर मरने वालों की संख्या की घोषणा नहीं की गई है लेकिन विमान में सवार 100 लोगों की मौत की खबर सामने आर रही है। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया जा रहा है।

हादसे की सूचना मिलते ही गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी गुजरात सीएम और अहमदाबाद के कमिश्नर से फोन पर बात की है और उनसे हालात के बारे में जानकारी ली। साथ ही गृह मंत्री ने हरसंभव मदद की बात कही। एअर इंडिया ने भी हादसे की पुष्टि की है और बयान में कहा है कि वे हालात की समीक्षा कर रहे हैं।

इस हादसे के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (एसवीपीआईए), अहमदाबाद, वर्तमान में चालू नहीं है। अगली सूचना तक सभी उड़ान संचालन अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई है।
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू अहमदाबाद पहुंचे
विजयवाड़ा में मौजूद नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू विमान दुर्घटना की खबर मिलते ही तुरंत अहमदाबाद पहुंच गए। वे डीजीसीए, एएआई, एनडीआरएफ और गुजरात राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं ताकि त्वरित, समन्वित प्रतिक्रिया और सहायता सुनिश्चित की जा सके। बचाव और चिकित्सा दल मौके पर हैं।



