
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । इन दिनों भाजपा में लगातार आयाम चल रहे हैं और भाजपा अपने इन आयामों के साथ 2027 के चुनाव की तैयारी में जुट गई है। बड़ी बात ये है कि उसने अपने संगठन की व्यूह रचना में परिवर्तन किया है। उसके बूथ अध्यक्षों से लेकर मंडल अध्यक्ष तक नए चेहरे आ गए हैं। भाजपा कार्यकर्ता फौज को लेकर आगे बढ़ रही है और यही वजह है कि अहिल्या बाई होल्कर जन्म शताब्दी समारोह में मंडल अध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई है। 20 मंडल महानगर में आते हैं और इन सभी में कार्यक्रम चल रहे हैं, लेकिन मंच वाले बैकड्रॉप पर अपना फोटो ना होने से नाराजगी का आगाज मुरादनगर शहर मंडल में हुआ।
यहां पर मंडल अध्यक्ष राहुल गोयल इस बात पर नाराज हो गए कि हमारा फोटो क्यों नहीं है। अब कहा ये गया कि इसका फॉर्मेट ऊपर से आया है और ऐसा नहीं है कि किसी इंटेंशन के तहत ऐसा हुआ है। हालांकि भाजपा में ही ये बात भी चली कि मंडल अध्यक्ष स्थानीय स्तर पर पार्टी का प्रतिनिधित्व करता है और यदि स्थानीय कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष जैसे कार्यकर्ता की भूमिका को थोड़ा महत्व दिया जाता है तो इससे मनोबल बढ़ता है। बहरहाल मुरादनगर शहर मंडल के अध्यक्ष राहुल गोयल नाराज हो गए। उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से शिकायत करने की बात कही। प्रोटोकॉल वाला सवाल उठा दिया और मंडल अध्यक्ष की नाराजगी के बाद मुरादनगर विधानसभा में ही ब्लॉक वाला कार्यक्रम सामने आया और मंडल अध्यक्ष की नाराजगी वाले एपिसोड के बाद किसी ने कहा कि फिर तो मुरादनगर विधानसभा के विधायक अजीतपाल त्यागी को भी नाराज हो जाना चाहिए था।
मुरादनगर में आयोजित हुए अहिल्या बाई होल्कर कार्यक्रम में विकास खण्ड रजापुर में आयोजित ब्लॉक महिला सम्मेलन की ये तस्वीर है। ये आयोजन 29 मई को आयोजित हुआ और इसमें विधायक अजीतपाल त्यागी का फोटो नहीं है। इसमें ब्लॉक प्रमुख मोनिका चौधरी की फोटो है, महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल की फोटो है, अनीता शर्मा की फोटो है। कहने वालों ने यही कहा कि जो लोग एक फोटो ना होने से नाराज हो रहे हैं उन्हें यहां विधायक अजीतपाल त्यागी से सीखना चाहिए। उनका भी फोटो बैकड्रॉप में नहीं है, लेकिन वो नाराज नहीं हुए, वो भी कार्यक्रम में पहुंचे। कहने वालों ने कहा कि मंडल अध्यक्ष को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। अगर, केवल फोटो ना होने की नाराजगी है तो उन्हें यह समझना चाहिए कि 20 मंडल अध्यक्ष हैं और अगर तुम्हारी नाराजगी अलग कर दी जाए तो यहां 19 मंडल अध्यक्ष भी तो इसी फॉर्मेट पर चल रहे हैं और वो नाराज नहीं हो रहे हैं।
अगर यही है किस्सा तो फिर बोबी त्यागी को भी हो जाना चाहिए गुस्सा
मंडल अध्यक्ष नाराज हुए और ऐसा नाराज हुए कि वो अपनी नाराजगी लेकर फेसबुक और व्हॉटस एप ग्रुप पर आ गए। शीर्ष नेतृत्व से शिकायत करने की बात कहने लगे। उन्हें ये मान सम्मान से जुड़ा मामला लगा। किस्सा भाजपा के भीतर गूंज रहा है और अब भाजपा के भीतर ही ये भी किस्सा चला कि अगर, फोटो ना दिखने पर नाराजगी है तो फिर अहिल्या बाई होल्कर त्री शताब्दी स्मृति समारोह के संयोजक बोबी त्यागी को भी गुस्सा होना चाहिए। रजापुर वाले ब्लॉक में उनका भी फोटो नहीं है। लिहाजा संयोजक होने के नाते उनका भी नाराज होना बनता है, लेकिन मंडल अध्यक्ष को यहां अपना गुस्सा कम करना चाहिए और यह एक सीखने की चीज है कि फोटो ना होने से विधायक नाराज नहीं हुए और फोटो ना होने से कार्यक्रम के संयोजक भी नाराज नहीं हुए।



