
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । एमएमजी अस्पताल में अब मरीजों के लिए बाहर की दवाइयाँ और जांचें लिखने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. राकेश कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि कोई चिकित्सा अधिकारी अस्पताल के मरीजों को पत्रकारों की दवाएं या जांचें बाहर लिखता है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह निर्णय 16 मई को अस्पताल के निरीक्षण के बाद लिया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव ऋतु माहेश्वरी ने निरीक्षण के दौरान ऐसी कई शिकायतें सुनीं, जिसमें बताया गया कि कुछ चिकित्सक मरीजों को अस्पताल में उपलब्ध दवाएँ न देकर महंगी बाहरी दवाइयाँ और जांचें लिख रहे हैं।
सचिव के निर्देश पर सीएमएस ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि यह व्यवहार अस्पताल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है और गरीब मरीजों के हितों के विरुद्ध है। उन्होंने बताया कि एमएमजी अस्पताल में आवश्यक दवाएँ और जांच की सुविधाएँ उपलब्ध हैं, इसके बावजूद बाहर की चीजें लिखने को भ्रष्टाचार माना जाएगा।
डॉ. राकेश कुमार ने आगे कहा कि यदि भविष्य में किसी चिकित्सक के द्वारा इस तरह की लापरवाही पाई गई, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी डॉक्टरों को चेतावनी दी गई है कि वे सरकारी अस्पताल की जिम्मेदारी और मान्यता का सम्मान करें।