
- बगैर पीयूसीसी वाले वाहनों का पेट्रोल पंप पर पहुंचते ही कट रहा 10 हजार का चालान।
- ई-चालान के तहत वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर भी भेजी जा रही सूचना
- पीयूसीसी नहीं तो 10 हजार का चालान, पेट्रोल पंपों पर एआई कैमरों से निगरानी
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। जिस तरह से दिल्ली में प्रदूषण की समस्या बनी हुई है, दिल्ली सरकार इसे लेकर और सख्त हो गई है। अब पेट्रोल पंप पर बगैर प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) वाले वाहन के पहुंचते ही संबंधित वाहन का चालान काट दिया जा रहा है।
चालान कटने के साथ ही ई-चालान के तहत वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर भी सूचना भेजी जा रही है। इससे पहले सरकार ने पेट्रोल पंप पर ऐसे वाहन के पहुंचने पर चेतावनी देकर दाे घंटे का समय देने की योजना बनाई थी, मगर प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिहाज से सरकार ने योजना में बदलाव किया है।
करीब 100 पेट्रोल पंपों पर ट्रायल के तौर पर यह व्यवस्था शुरू हाे चुकी है। जून अंत तक दिल्ली के सभी 500 पेट्रोल पंपों पर यह व्यवस्था स्थापित हो जाएगी।
दिल्ली सरकार ने सख्त किए नियम
दिल्ली में अगर वाहन चला रहे हैं तो प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र बनवाना ना भूलें, अगर किसी कारण से इसे नहीं बनवा पाए हैं तो तुरंत बनवा लें, अन्यथा आप मुश्किल में फंस सकते हैं और आप का 10000 का चालान हो सकता है। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र को लेकर नियम सख्त कर दिए हैं।
एआई आधारित सीसीटीवी कैमरों ने काम शुरू कर दिया
इसे लेकर दिल्ली के 100 से अधिक पेट्रोल पंपों पर एआई आधारित सीसीटीवी कैमरों ने काम शुरू कर दिया है। ट्रायल के आधार पर यह कैमरे काम कर रहे हैं और ऐसे वाहनों के चालान काट दे रहे हैं जिनके पास प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र नहीं है। इस योजना पर पिछले एक साल से काम चल रहा है।



