
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। जिला मुख्यालय में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए अब जींस, टी-शर्ट और रंग-बिरंगी वस्त्र पहनना वर्जित कर दिया गया है। गाजियाबाद के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कलेक्ट्रेट परिसर में सभी कर्मचारियों के लिए एक ड्रेस कोड लागू किया है। सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ड्यूटी के दौरान केवल फ़ॉर्मल और साधारण कपड़े पहनें।
मंगलवार को जब जिलाधिकारी दीपक मीणा कलेक्ट्रेट परिसर में जनता की शिकायतें सुन रहे थे, तभी एक कर्मचारी जींस पहने हुए फाइल लेकर उनके सामने पहुंचा। कर्मचारी के इस पहनावे को देखकर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की और पूछा कि उसने जींस क्यों पहनी है। जब कर्मचारी ने कहा कि उसके पास पैंट नहीं है, तो डीएम ने तंज भरे लहजे में कहा, “यदि जरूरत हो तो मैं अपनी पैंट दे सकता हूं।”
कर्मचारी ने तुरंत माफी मांगते हुए आश्वस्त किया कि वह आगे से जींस पहनकर ऑफिस नहीं आएगा। इसके बाद, जिलाधिकारी ने उसे कार्यालय से बाहर भेजते हुए सख्त निर्देश दिए कि वह दोबारा जींस पहनकर उनके सामने न आए।
इस घटना के तुरंत बाद, डीएम ने एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह को आदेश दिया कि बुधवार से कलेक्ट्रेट में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी जींस और टी-शर्ट पहनकर न आए। सभी को केवल फ़ॉर्मल ड्रेस में ही ड्यूटी पर उपस्थित होने के लिए कहा गया। उन्होंने यह भी कहा कि इस नियम का कठोरता से पालन कराया जाए।
यह ड्रेस कोड न केवल कार्यालयीन कर्मचारियों पर लागू होगा, बल्कि जिला मुख्यालय में आयोजित होने वाली सभी बैठकों में शामिल होने वाले अधिकारियों पर भी लागू रहेगा। कोई भी व्यक्ति जींस या अनौपचारिक पहनावे में मुख्यालय में प्रवेश नहीं कर सकेगा।
डीएम दीपक मीणा के अनुसार, यह कदम प्रशासनिक गरिमा को बनाए रखने और कार्यालय में अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।



