
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम की बोर्ड बैठक आगामी सात मार्च को आयोजित की जाएगी। इस बैठक की पूर्व तैयारी को लेकर महापौर सुनीता दयाल ने बुधवार को अपने कार्यालय में भाजपा पार्षदों के साथ एक बैठक की। उल्लेखनीय है कि पहले 17 फरवरी को निगम बोर्ड की बैठक आयोजित होने वाली थी, जिसे किसी कारणवश रद्द कर दिया गया था। इसकी जगह मार्च के पहले सप्ताह में बोर्ड बैठक करने का निर्णय लिया गया। अब यह बैठक 7 मार्च को निर्धारित की गई है, जो कि साल 2025 के लिए नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक होगी। होली के पहले आयोजित हो रही इस बैठक को लेकर पार्षद अपने स्तर पर तैयारियों में जुटे हैं। इस बार बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा किए जाने की संभावना है, जो इसे और भी प्रभावशाली बनाएगी।
पैंठ बाजार और बढ़े हाउस टैक्स के मुद्दे पर चर्चा
इस बार बोर्ड बैठक में पैंठ बाजार और बढ़े हाउस टैक्स के मुद्दे का विशेष महत्व होगा। पैंठ बाजार के मामले में पहले ही फरवरी में नगर आयुक्त की अध्यक्षता में टाउन वेंडिंग कमेटी में निर्णय लिया जा चुका है, फिर भी निगम बोर्ड बैठक में इस पर गहन चर्चा होने की उम्मीद है। कुछ पार्षद पैंठ बाजार को पहले की भांति स्थापित करने के पक्ष में हैं, और वे इस मुद्दे को बैठक में उठाने की तैयारी कर रहे हैं। नगर निगम की यह पहली बैठक शहर के विकास के लिए कई प्रस्तावों के साथ होगी।
पिछली बोर्ड बैठक में नगर निगम ने साल 2024-25 में विकास कार्यों के लिए 1795 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव रखा था, जिसमें विभिन्न मदों से 1592 करोड़ रुपये की आय का अनुमान था। महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि नगर निगम सड़कों पर पैंठ बाजार के लिए जल्द ही नियमावली बनाने की योजना बना रहा है। यह मुद्दा पिछली बोर्ड बैठक में भी उठाया गया था, जिसमें नियमावली बनाने का सुझाव दिया गया था।
बैठक में पार्षद अपनी-अपनी क्षेत्रों की समस्याओं को भी उठाएंगे। लंबे समय बाद हो रही इस बैठक में हाउस टैक्स, सीवर जैसी समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। पहले बोर्ड बैठक में पार्षदों को जो कार्य सौंपे गए थे और जो पूरे नहीं हुए, उन मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा।
सीवर ओवरफ्लो की समस्या
साहिबाबाद क्षेत्र में सीवर ओवरफ्लो की समस्या एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। रोजाना साहिबाबाद के कई वार्डों में सीवर ओवरफ्लो होने से गंदा पानी सड़कों पर आ जाता है। पार्षद मदन राय ने बताया कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे को वे बोर्ड बैठक में उठाने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि क्षेत्र में निजी कंपनी के कर्मचारी सीवर की सफाई नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा, वहां पीने के पानी और अवैध कब्जे की समस्याएं भी हैं, जिन्हें बैठक में रखा जाएगा। इंदिरापुरम वार्ड 81 के पार्षद धीरज ने कहा कि इस बार बोर्ड बैठक काफी हंगामेदार हो सकती है, क्योंकि लंबे समय से बैठक नहीं होने के कारण अनेक समस्याएं हैं, जो अब भी बनी हुई हैं। इंदिरापुरम में सीवर, लाइट, सड़क और पार्क जैसी समस्याओं को भी बैठक में उठाया जाएगा।
नगर निगम द्वारा भेजे गए हाउस टैक्स पर 20 प्रतिशत की छूट है, लेकिन जब इसे समय पर जमा किया जाता है, तब कोई छूट नहीं मिलती। हाउस टैक्स पर लोगों ने हंगामा किया था। समय पर बिल जमा करने पर दी जाने वाली छूट की वास्तविकता भी पूरी नहीं हो रही है। इसके अलावा, पार्षदों ने पार्क, सड़क, सफाई और सीवर जैसे मुद्दों को भी उठाने की योजना बनाई है।
महापौर ने निगम कार्यालय में बैठक की
बुधवार को महापौर सुनीता दयाल ने निगम कार्यालय में एक बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने 7 मार्च को होने वाली बोर्ड बैठक की रणनीति पर चर्चा की। इस दौरान भाजपा पार्षदों ने महापौर के साथ प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया। महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि बोर्ड बैठक 7 मार्च को निर्धारित है और सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।



